शेयर बाजार में बुधवार को भारी उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सेंसेक्स 62 अंक लाभ में बंद हुआ. इस दौरान आरआईएल, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक में तेजी देखने को मिली, हालांकि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते बाजार आशंकाओं की गिरफ्त में है. कारोबार के दौरान 30 शेयरों वाला सेंसेक्स एक समय 386 अंक तक चढ़ गया. अंत में यह 62.45 अंक या 0.18 प्रतिशत की तेजी के साथ 35,697.40 पर बंद हुआ. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का एनएसई निफ्टी 6.95 अंक या 0.07 प्रतिशत की तेजी के साथ 10,458.40 पर बंद हुआ. कारोबारियों ने बताया कि निवेशकों ने ऊर्जा, बैंकिंग और खपत आधारित क्षेत्रों में निवेश किया, जहां हाल में गिरावट देखी गई थी. सेंसेक्स में हीरो मोटोकॉर्प, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक और एलएंडटी लाभ में रहे.
टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक, ओएनजीसी, एसबीआई और इंफोसिस में गिरावट दर्ज की गयी. इस दौरान ऊर्जा, दूरसंचार, पूंजीगत वस्तुओं, वित्त एवं बैंकिंग शेयरों में 2.11 प्रतिशत तक की तेजी आई, जबकि तेल और गैस, धातु, आईटी, उपभोक्ता वस्तुओं और ऑटो शेयरों में गिरावट आई.
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक में भी गिरावट हुई. कारोबारियों के मुताबिक देश में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी और विदेश से मिलेजुले रुझानों के चलते निवेशकों में घबराहट बढ़ गयी थी ओर बाजार ने अपनी शुरुआती बढ़त खो दी. भारत में कोरोना वायरस के पुष्ट हो चुके मामले बढ़कर 60 हो गए हैं. कोरोना वायरस दुनिया भर में एक महामारी का रूप ले चुका है और इससे 4,000 से ज्यादा लोग मर चुके हैं, जबकि 1.20 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं.
शंघाई, हांगकांग, सियोल और टोक्यो में शेयर बाजार नुकसान के साथ बंद हुए जबकि यूरोप में शुरुआती कारोबार के दौरान दो प्रतिशत की तेजी देखने को मिली. इस बीच सऊदी अरब ने कच्चे तेल के उत्पादन में प्रतिदिन 10 लाख बैरल की बढ़ोतरी करने का ऐलान किया, जिसके बाद वायदा बाजार में ब्रेंट क्रूड ऑयल 2.02 प्रतिशत फिसलकर 36.47 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. हालांकि, भारतीय रुपये की विनिमय दर 46 पैसे मजबूत हो कर 73.70 रुपये प्रति डालर हो गयी.