Coal India सब्सिडियरीज करेंगी थर्मल पावर प्लांट में निवेश, CCEA ने दी MP और ओडिशा में निवेश की अनुमति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कोल इंडिया को अपनी नेटवर्थ के 30% से ज्यादा के इक्विटी इन्वेस्टमेंट को करने की अनुमति भी दी.

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CCEA (Cabinet Committee On Economic Affairs) ने गुरुवार को कोल इंडिया की 2 सब्सिडियरीज को MP और ओडिशा में 2 थर्मल पावर प्लांट में निवेश करने की अनुमति दी.

ऑफिशियल रिलीज के मुताबिक, साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स (SECL) ने मध्य प्रदेश पावर जेनरेशन कंपनी के साथ अमरकंटक थर्मल पावर स्टेशन में 660 MW थर्मल पावर प्लांट लगाने का प्रस्ताव दिया था.

वहीं दूसरे प्रस्ताव में महानदी कोलफील्ड्स (MCL) ने अपनी सब्सिडियरी महानदी बेसिन पावर (MBPL) द्वारा ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में 2X800 MW प्रोजेक्ट लगाने की अनुमति मांगी थी.

ज्वाइंट वेंचर में कितना निवेश?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कोल इंडिया को अपनी नेटवर्थ के 30% से ज्यादा के इक्विटी इन्वेस्टमेंट को करने की अनुमति भी दी. दरअसल SECL को ज्वाइंट वेंचर में 823 करोड़ रुपये और MBPL को ज्वाइंट वेंचर में 4,784 करोड़ रुपये का निवेश करना है.

रिलीज के मुताबिक MCL के प्रोजेक्ट में अनुमानित तौर पर 15,947 करोड़ रुपये का कैपिटल एक्सपेंडिचर होगा. जबकि मध्य प्रदेश में लगने वाले प्रोजेक्ट का डेट-इक्विटी रेश्यो 70:30 होगा. इस ज्वाइंट वेंचर में SECL 49% इक्विटी इन्वेस्टमेंट करेगी, अनुमानित तौर पर कैपेक्स 5,600 करोड़ रुपये है.

कोल इंडिया के शेयर गुरुवार को 0.75% गिरावट के साथ बंद हुए. जबकि इसकी तुलना में बेंचमार्क निफ्टी 50 में 0.48% की गिरावट रही.

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