रेलमंत्री पीके बंसल के इस्तीफे के लिए विपक्ष की मांग के जोर पकड़ने के बीच कांग्रेस के एक नेता ने उन्हें पद से हटाए जाने की खुलकर मांग करते हुए रविवार को कहा कि नैतिकता अपने निम्नतम स्तर पर पहुंच गई है।
कांग्रेस कार्य समिति में विशेष आमंत्रित सदस्य अनिल शास्त्री ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा, ‘‘प्रधानमंत्री को अपने मंत्रियों के लिए वही मापदंड अपनाना चाहिए जैसा कि सोनिया जी ने जेबी पटनायक, अशोक चव्हाण और शशि थरूर के मामले में किया था।’’
उन्होंने सोनिया गांधी द्वारा ओड़िशा के मुख्यमंत्री रहे जेबी पटनायक, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे अशोक चव्हाण और केंद्रीय मंत्री के पद से शशि थरूर को हटाए जाने का हवाला देते हुए यह बात कही।
दिवंगत प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पुत्र अनिल शास्त्री ने रेलवे बोर्ड में पद विशेष पर नियुक्ति के लिए बंसल के भांजे पर रिश्वत लेने के आरोप लगने के मद्देनजर उसके गिरफ्तार होने के बावजूद अपना पद नहीं छोड़ने को लेकर रेलमंत्री को आड़े हाथ लिया।
उन्होंने एक अन्य ट्विट में कहा कि यह मानना मुश्किल है कि लाल बहादुर शास्त्री कभी रेल मंत्री थे। नैतिकता अपने निम्नतम स्तर पर पहुंच गई है। उन्होंने अपने पिता के रेलमंत्री रहने के दौरान एक रेल दुर्घटना के बाद उनके पद छोड़ने का हवाला देते हुए यह बात कही।
शास्त्री ने लिखा है कि सरकार के काम से सोनिया जी और राहुल जी की कोशिशें व्यर्थ हो गई हैं।