खाद्य तेल उद्योग की सरकार से मांग, क्रूड और रिफाइंड पाम ऑयल पर बढ़ाई जाए इंपोर्ट ड्यूटी

भारत पाम ऑयल का इंपोर्ट मलेशिया और इंडोनेशिया से करता है. जबकि सोयाबीन ऑयल का इंपोर्ट अर्जेंटीना और ब्राजील से किया जाता है.

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खाद्य तेल (Edible Oil) इंडस्ट्री की संस्था SEA ने सरकार से क्रूड और रिफाइंड पाम ऑयल पर इंपोर्ट ड्यूटी (Import Duty) को 7.5% से बढ़ाकर 15% करने की मांग की है. PTI की रिपोर्ट के मुताबिक एसोसिएशन ने कहा है कि रिफाइंड पाम ऑयल (Refined Palm Oil) के आयात बढ़ने से घरेलू रिफाइनरीज पर बुरा असर पड़ रहा है. भारत घरेलू मांग को पूरा करने के लिए खाद्य तेल का सबसे बड़ा इंपोर्टर है.

क्रूड पाम ऑयल का आयात बढ़ा

भारत मलेशिया और इंडोनेशिया से पाम ऑयल का आयात करता है. जबकि सोयाबीन ऑयल का इंपोर्ट अर्जेंटीना और ब्राजील से किया जाता है.

पाम ऑयल में RBD Palmolein का आयात 2022-23 मार्केटिंग ईयर में बढ़कर 21.1 लाख टन हो गया है. ये पिछले साल 18.4 लाख टन रहा था. क्रूड पाम ऑयल (CPO) इंपोर्ट 2022-23 मार्केटिंग ईयर में बढ़कर 75.9 लाख टन पर पहुंच गया है. एक साल पहले की अवधि में ये 54.9 लाख टन रहा था.

भारत के खाद्य तेल उद्योग के सामने चुनौतियां

सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SEA) के प्रेसिडेंट अजय झुनझुनवाला ने कहा कि भारत का खाद्य तेल उद्योग चुनौतियों का सामना कर रहा है. उन्होंने कहा कि 3 लाख करोड़ रुपये के साइज के साथ भारतीय खाद्य तेल उद्योग बहुत अहमियत रखता है.

12 सालों के दौरान इंडोनेशिया और मलेशिया ने अपनी रिफाइनिंग इंडस्ट्री की सुरक्षा के लिए रिफाइंड ऑयल के मुकाबले CPO पर ज्यादा एक्सपोर्ट टैक्स लगाया है. इससे रिफाइंड ऑयल ज्यादा सस्ता बन गया है.

SEA प्रेसिडेंट ने कहा कि भारत का खाद्य तेल का आयात हाल ही में खत्म हुए 2022-23 के ऑयल ईयर के दौरान 167.1 लाख टन की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है. खाद्य तेल की शिपमेंट 164.7 लाख टन की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है.

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