एस्सार समूह (Essar Group) के को-फाउंडर शशि रुइया का 25 नवंबर, 2024 को निधन हो गया. वे 80 वर्ष के थे. खबरों के मुताबिक, रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा. उनके दो बेटे प्रशांत और अंशुमान हैं, जो ग्रुप लीडरशिप में शामिल हैं.
उनके निधन से परिवार में शोक का माहौल है, जबकि उद्योग जगत के लोग उनके निधन पर श्रद्धांजलि व्यक्त कर रहे हैं.
एस्सार समूह ने बयान जारी कर बयान में कंपनी की वैश्विक स्थिति में शशि रुइया के योगदान को याद किया और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है.
PM मोदी ने किया याद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X पर पोस्ट में कहा, 'शशि रुइया इंडस्ट्री में बड़ा व्यक्तित्व थे. उनका नेतृत्व और एक्सीलेंस के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने भारत के कारोबारी माहौल को बदल दिया. उन्होंने इनोवेशन और ग्रोथ के ऊंचे मापदंड भी बनाए.'
मोदी ने आगे लिखा कि, 'वो हमेशा से आइडिया के भंडार थे. हमेशा इसे लेकर चर्चा करते थे कि कैसे हमारे देश को बेहतर बनाया जा सकता है. शशि जी का निधन बहुत दुखद है. मेरी उनके परिवार के लिए संवेदनाएं.'
1965 में शुरू किया था करियर
पहली पीढ़ी के एंटरप्रेन्योर उद्योगपति शशि ने 1965 में अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में अपना करियर शुरू किया था. उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर एस्सार ग्रुप की नींव रखी. उन्होंने एस्सार की बिजनेस स्ट्रैटजी, डेवलपमेंट, ग्रोथ और डायवर्सिफिकेशन की योजना बनाई.
FICCI समेत कई उद्योग संघों में रहे रुइया
शशि रुइया कई निकायों और उद्योग संघों में भी रहे. वे FICCI यानी फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की मैनेजमेंट कमिटी का हिस्सा थे. साथ ही वे भारत-अमेरिका संयुक्त व्यापार परिषद के अध्यक्ष और भारतीय राष्ट्रीय जहाज मालिक संघ के पूर्व अध्यक्ष भी थे. वे प्रधानमंत्री के भारत-अमेरिका 1965 में शुरू किया था करियर फोरम और भारत-जापान व्यापार परिषद के सदस्य भी थे.
एस्सार समूह की वेबसाइट के अनुसार, रुइया बंधुओं के स्थापित व्यवसायों का मालिकाना हक रखने वाला एस्सार ग्लोबल फंड (Essar Global Fund Ltd.) इंफ्रास्ट्रक्चर, एनर्जी, मेटल, माइनिंग, टेक्नोलॉजी और विभिन्न सर्विस सेक्टर्स में है.