नासिक में जिंदल प्लांट की नहीं बुझ रही आग; NDRF और फायर ब्रिगेड की टीमें जुटीं

कंपनी कैम्पस में मौजूद प्रोपेन गैस टैंक को आग की लपटों से बचाने के लिए सावधानी बरती जा रही है. वहां कूलिंग ऑपरेशन जारी है.

नासिक के इगतपुरी तालुका में मुंढेगांव स्थित जिंदल कंपनी के प्लांट में लगी आग 56 घंटे बाद भी सुलग रही है. नासिक में जिंदल पॉलीफिल्म्स कंपनी के पीपी यूनिट और पॉलिएस्टर यूनिट में 21 मई को तड़के 2 बजे आग लगी थी. NDRF और CBRN की टीम आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही है, लेकिन इसके बावजूद आग पर काबू पाने में अबतक सफलता नहीं मिली है.

56 घंटे बाद भी नहीं बुझी आग

ठाणे, पुणे सहित अन्य जिलों से भी अग्निशमन दलों की टीमें घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं. कच्चे पेट्रोलियम पदार्थों के कारण पानी डालने से ऑक्सीजन और हाइड्रोजन बनने के कारण आग और भड़क रही है, इसलिए अग्निशमन दलों को फोम का इस्तेमाल करना पड़ रहा है.

कंपनी कैम्पस में मौजूद प्रोपेन गैस टैंक को आग की लपटों से बचाने के लिए सावधानी बरती जा रही है. वहां कूलिंग ऑपरेशन जारी है. प्रोपेन टैंक को ढकने के लिए बांध की गादयुक्त मिट्टी का उपयोग करके एक नया प्रयोग किया जा रहा है. आग की जगह से प्रोपेन टैंक 30 मीटर की दूरी पर है.

औद्योगिक सुरक्षा निदेशालय के अनुसार, वर्तमान में घटनास्थल से 1 किलोमीटर के दायरे को एहतियात के तौर पर खाली कराया गया है. हालांकि, आग कब बुझेगी, इस सवाल का जवाब अभी देना मुश्किल है. जिलाधिकारी जलज शर्मा ने आश्वासन दिया है कि कंपनी का फायर ऑडिट हुआ था या नहीं, और अन्य संबंधित पहलुओं की गहन जांच की जाएगी. उन्होंने कहा, 'हम ये सुनिश्चित करेंगे कि इस घटना के सभी कारणों की तह तक जाया जाए और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों.'

स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर चिंता बनी हुई है. प्रशासन ने लोगों से धैर्य बनाए रखने और सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की अपील की है.