साबुन, शैम्पू, तेल, टूथपेस्ट, चाय हुई महंगी! मुनाफा बढ़ाने के लिए FMCG कंपनियों ने बढ़ाए दाम

भारत की सबसे बड़ी FMCG कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) ने डिटर्जेंट ब्रैंड- रिन और सर्फ एक्सेल क्विक वॉश की कीमतें 3-4% बढ़ा दी हैं

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डिमांड में लगातार धीमेपन का झटका खा रही फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) कंपनियों ने कमाई में इजाफा करने की कवायद में अपने प्रोडक्ट्स के दाम बढ़ाने का दांव चलना शुरू कर दिया है.

इसका सबूत इस बात से मिलता है कि FMCG कंपनियों ने चौथी तिमाही में अपनी सभी कैटेगरी के उत्पादों के दाम करीब 10% बढ़ाए हैं. हालांकि कंपनियों ने साबुन, खाने के तेलों की इस बढ़ोतरी से बाहर रखा है.

किसके दाम कितने बढ़े

भारत की सबसे बड़ी FMCG कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) ने डिटर्जेंट ब्रैंड- रिन और सर्फ एक्सेल क्विक वॉश की कीमतें 3-4% बढ़ा दी हैं, इसके डिस्ट्रीब्यूटर्स ने नाम नहीं छापने की शर्त पर NDTV प्रॉफिट को बताया. पीयर प्रॉक्टर एंड गैंबल ने भी अपने 700 ग्राम और 1.5 किलोग्राम एरियल डिटर्जेंट पैक की कीमतें 4% और 2.5% तक बढ़ा दी हैं.

हर महीने उत्पादों की कीमतों पर एमके की एक रिपोर्ट के मुताबिक साबुन, खाद्य तेल और बिस्कुट निगेटिव कीमतों वाली केवल तीन श्रेणियां थीं, जबकि टूथपेस्ट, हेयर ऑयल, डिटर्जेंट, शैम्पू, हेल्थ फूड ड्रिंक्स, चाय और कॉफी में कीमतों में बढ़ोतरी हुई थी.

टूथपेस्ट में, HUL ने अपनी पेप्सोडेंट रेंज के लिए कीमतों में 2-10% का इजाफा किया है, कोलगेट पामोलिव इंडिया ने चारकोल क्लीन, सेंसिटिव क्लोव और स्ट्रांग टीथ सहित सभी वेरिएंट की कीमतों में 10% तक की बढ़ोतरी की है. कोलगेट विजिबल व्हाइट के लिए, 100 ग्राम SKU की कीमत में 15% की बढ़ोतरी की गई थी.

बच्चों की हेल्थ ड्रिंक्स भी महंगी

चूंकि दूध की कीमतें काफी हद तक स्थिर थीं, HUL ने बूस्ट के दाम में 1% और हॉर्लिक्स चॉकलेट डिलाइट के दाम में 4% की बढ़ोतरी की है. इसी तरह, कैडबरी ने बोर्नवीटा प्रो हेल्थ की कीमत में 2% और बोर्नवीटा लिल चैंप की कीमत में 4% की बढ़ोतरी की है. जाइडस वेलनेस ने भी कॉम्प्लैन की कीमत में 5-8% की बढ़ोतरी की.

दिसंबर में खत्म तिमाही में FMCG कंपनियों की टॉपलाइन ग्रोथ उम्मीद से कमजोर थी. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि बाजार में प्राइसिंग ग्रोथ लगातार धीमी रही और FY24 की तीसरी तिमाही से मांग में सुधार की उम्मीदें पूरी नहीं हुईं. डिमांड आउटलुक पर मैनेजमेंट की टिप्पणी धीमी है. कंपनियां अब तेज गर्मी के मौसम और उसके बाद बेहतर मॉनसून से रिकवरी पर भरोसा कर रही हैं.

डिमांड में सुधार की उम्मीद

HUL के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO रोहित जावा ने नतीजों के बाद मीडिया ब्रीफिंग में कहा, 'निकट अवधि में, हम सतर्क रूप से आशावादी बने हुए हैं. हम उम्मीद करते हैं कि बाजार की मांग में धीरे-धीरे सुधार जारी रहेगा, सरकारी खर्च में बढ़ोतरी, सर्दियों की फसल की बुआई में सुधार से मदद मिलेगी.'

अन्य कंपनियों में, इमामी का कहना है कि वो कीमतों में 3% की बढ़ोतरी करेगी, जबकि डाबर इंडिया ने तीसरी तिमाही में अपने फूड पोर्टफोलियो की कीमतों में 2.5% की बढ़ोतरी की है, जिसका एक हिस्सा चालू तिमाही में आया है. जहां तक नॉन-फूड प्रोडक्ट्स की बात है, डाबर ने अपने 200 ग्राम मिसवाक टूथपेस्ट की कीमत में 8% की बढ़ोतरी की है. डाबर सरसो आंवला हेयर ऑयल की कीमत में भी 5% की बढ़ोतरी की गई है. मैरिको ने पैराशूट की 200- और 300-ml स्टॉक-कीपिंग इकाइयों के लिए 11% दाम बढ़ाए हैं.

डाबर के CEO मोहित मल्होत्रा ​​के मुताबिक -'कीमतें बढ़ेंगी, निश्चित तौर पर बढ़ेंगी, मुझे लगता है कि वर्ष में कीमतों में बढ़ोतरी इस बात पर निर्भर करेगी कि महंगाई वास्तव में कैसे बढ़ रही है.