ग्लोबल बैंकिंग ग्रुप DBS 4,000 कर्मचारियों को बाहर निकालने की योजना बना रहा है. इन कर्मचारियों को 3 साल के दौरान निकाला जाएगा. ये DBS ग्रुप की कुल वर्कफोर्स का 10% हिस्सा हैं. कंपनी के CEO पीयूष गुप्ता ने बताया कि इस छंटनी के पीछे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का तेजी से बढ़ता इस्तेमाल है.
4,000 हजार नौकरियां खत्म होंगी
गुप्ता ने कहा कि AI अलग है और अतीत में अपनाई गई किसी भी अन्य तकनीक से अलग है. उन्होंने कहा कि सिंगापुर के बैंक के शीर्ष पर अपने 15 साल से अधिक के कार्यकाल में पहली बार उन्हें नई नौकरियां पैदा करने में संघर्ष करना पड़ रहा है. गुप्ता ने नैसकॉम के कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि इस साल, मेरा मौजूदा अनुमान है कि अगले तीन वर्षों में, हम अपने कर्मचारियों की संख्या में 4,000 या 10% की कमी करने जा रहे हैं.
'AI बहुत शक्तिशाली है'
गुप्ता ने कहा, AI बहुत शक्तिशाली है. यह नकल भी कर सकता है. गुप्ता ने कहा कि पिछले दस वर्षों में समूह में किसी भी नौकरी में कटौती नहीं हुई है. उन्होंने याद दिलाया कि 2016-17 में, बैंक ने एक डिजिटल परिवर्तन शुरू किया, जिसका प्रभाव 1,600 लोगों पर देखा गया, लेकिन उनमें से लगभग सभी को यूनियनों और अन्य प्रतिनिधियों के परामर्श से दूसरे कार्यो में लगा दिया गया था.
गुप्ता ने कहा कि DBS ने दो साल पहले जेनरेटिव AI को लागू करना शुरू किया और जनरेटिव AI के पूरे लाभ अभी तक नहीं देखे गए हैं.
ग्रुप अब पूरे कारोबार में AI का इस्तेमाल कर रहा है, जिसमें ग्राहक आउटरीच, क्रेडिट अंडरराइटिंग और हायरिंग भी शामिल है. गुप्ता ने कहा, उन्होंने कहा कि 2012-13 में AI के साथ इसका पहला अनुभव बहुत सफल नहीं रहा था.