India-Canada Trade: भारत और कनाडा के बीच बिगड़ते राजनयिक रिश्तों का असर भारत के कैपिटल मार्केट पर पड़ सकता है, क्योंकि कनाडा भारत का सातंवा सबसे बड़ा निवेशक है.
राजनयिक रिश्तों का असर निवेश पर
कनाडा में खालिस्तानी सिख लीडर की हत्या में भारतीय कनेक्शन के आरोप और भारतीय राजनयिक के निष्कासन के बाद भारत ने भी कनाडा के डिप्लोमैट को देश से निष्कासित कर दिया है.
झगड़ा जो कि दोनों देशों के राजनयिकों के निष्कासन तक बढ़ गया, कुछ सबसे बड़े पेंशन फंड्स सहित कनाडा के वित्तीय संस्थानों के निवेश को जोखिम में डाल रहा है.
NSDL के अनुसार, अगस्त 2023 के अंत में भारतीय बाजारों में कनाडा का निवेश 1.77 लाख करोड़ रुपये था, जिसमें इक्विटी बाजारों में 1.5 लाख करोड़ रुपये शामिल थे.
सिख नेता की हत्या को लेकर देशों के बीच कूटनीतिक टकराव बढ़ गया है और साल के अंत तक संपन्न होने वाले FTA यानी मुक्त व्यापार समझौते सहित बढ़ते आर्थिक संबंध बहुत खराब हो सकते हैं.
कनाडा के कुछ प्रमुख पेंशन फंडों का बैंकिंग, रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में शामिल भारतीय कंपनियों में बड़ा निवेश है.
CPPIB और CDPQ देश में इक्विटी और FDI यानी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के सबसे बड़े निवेशकों में से हैं.