NDTV Profit Exclusive: इंडिगो-तुर्की का लीज समझौता मुश्किल में! सरकार रीन्यू करने के मूड में नहीं

पिछले हफ्ते गृह मंत्रालय ने तुर्किए की ग्राउंड हैंडलिंग फर्म सेलेबी का सिक्योरिटी क्लियरेंस रद्द कर दिया था.

Source: Reuters

तुर्की एयरलाइंस के साथ इंटरग्लोब एविएशन (InterGlobe Aviation) के लीजिंग समझौते के आगे बढ़ाने की संभावना नहीं है, क्योंकि भारत सरकार इस समझौते को अब रीन्यू नहीं करेगा. मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने ये बताया है. ये कदम द्विपक्षीय संबंधों में और तनाव का संकेत देता है. मौजूदा समझौते के जरिए इंडिगो दिल्ली-इस्तांबुल रूट पर वाइड-बॉडी विमान ऑपरेट करता है, जो कि 31 मई को खत्म हो रहा है.

तुर्किए के साथ रिश्तों पर भारत सख्त

सूत्रों ने बताया कि सरकार की समीक्षा जारी है और व्यापक कूटनीतिक संदर्भ को देखते हुए इस समझौते के 'रीन्यू होने की संभावना नहीं है'. ये ऐसे समय में हो रहा है जब भारत पाकिस्तान के साथ रक्षा सहयोग बढ़ाने के बाद तुर्किए के साथ अपने रिश्तों को कम कर रहा है.

पिछले हफ्ते गृह मंत्रालय ने तुर्किए की ग्राउंड हैंडलिंग फर्म सेलेबी का सिक्योरिटी क्लियरेंस रद्द कर दिया था. इसके अलावा, सूत्रों का कहना है कि एयर इंडिया ने इंडिगो-तुर्की एयरलाइंस लीजिंग व्यवस्था पर चिंता जताई है, जिसके कारण केंद्र ने संभावित सुरक्षा जोखिमों की जांच करने का फैसला किया है.

इंडिगो-तुर्की एयरलाइंस के बीच क्या है डील

इंडिगो इस्तांबुल की अपनी उड़ानों के लिए तुर्की एयरलाइंस से लीज पर 500 से ज्यादा सीटों वाले एयरबस A330 का संचालन करती है. इस साझेदारी में एक कोडशेयर डील भी शामिल है जो इंडिगो को इस्तांबुल के जरिए यूरोप और उत्तरी अमेरिका में 40 से ज्यादा डेस्टिनेशंस के लिए कनेक्शन बेचने की इजाजत देती है.

गुरुवार को, इंडिगो ने अपनी साझेदारी का बचाव करते हुए इसे “रणनीतिक” और भारतीय यात्रियों को लंबी दूरी की अंतरराष्ट्रीय पहुंच देने के लिए जरूरी बताया. एयरलाइन ने इस मामले पर टिप्पणी के लिए NDTV प्रॉफिट के सवालों का जवाब नहीं दिया है.