Indian Gaming Industry: देश में 59 करोड़ गेमर्स, इनमें 44% महिलाएं! छोटे शहरों में खूब बढ़ी दीवानगी, 2029 तक ₹78 हजार करोड़ के पार होगा गेमिंग बाजार

ऑनलाइन गेमिंग पर भारी-भरकम GST लगाए जाने के बावजूद इसकी ग्रोथ पर असर नहीं है.

बिहार के एक छोटे-से शहर नवगछिया में एक मोबाइल शॉप पर हाथ में स्‍मार्टफोन लिए तीन लड़के पहुंचते हैं. सभी की उम्र 14 से 16 के बीच रही होगी. तीनों 250-300 रुपये का गूगल प्‍ले रिचार्ज कोड खरीद कर अपना गूगल प्‍ले अकाउंट टॉप-अप करते हैं. पूछने पर बताते हैं कि ऑनलाइन प्रीमियम गेम खरीदने और गेम में अगले लेवल पर पहुंचने के लिए वे इसका इस्‍‍तेमाल करेंगे. 

ये एक ऐसे शहर की तस्‍वीर है, जहां कुछ साल पहले तक लोग पैसे देकर मोबाइल गेम खेलने की बात सोच भी नहीं सकते थे. मेट्रो सिटीज की तरह ऑनलाइन गेम्‍स के प्रति छोटे शहरों में इस कदर बढ़ी दीवानगी का ही नतीजा है कि देश की गेमिंग इंडस्‍ट्री काफी तेजी से बढ़ती जा रही है. 

एक रिपोर्ट के मुताबिक, मौजूदा समय में भारतीय गेमिंग बाजार 3.8 बिलियन डॉलर से ज्‍यादा का हो गया है. भारतीय रुपये में ये वैल्‍यू 32 हजार करोड़ के पार है. 

5 साल में ₹78,000 करोड़ के पार होगी इंडस्‍ट्री 

वित्त वर्ष 2023 में इंडियन गेमिंग इंडस्‍ट्री 3.1 बिलियन डॉलर की थी, जो 23% बढ़कर FY24 में 3.8 बिलियन डॉलर हो गई और अगले 5 साल में यानी FY 2029 तक भारतीय गेमिंग बाजार 9.2 बिलियन डॉलर यानी करीब 78 हजार करोड़ रुपये के करीब पहुंच सकता है.  

इंटरएक्टिव मीडिया और गेमिंग वेंचर कैपिटल फंड लुमिकाई (Lumikai) ने 'स्टेट ऑफ इंडिया इंटरएक्टिव मीडिया एंड गेमिंग रिपोर्ट' में ये अनुमान लगाया है. 

ऑनलाइन गेमिंग पर भारी-भरकम GST लगाए जाने के बावजूद इसकी ग्रोथ पर असर नहीं पड़ रहा है. रिपोर्ट में भी इस बात का खुलासा हुआ है कि न केवल बड़े शहरों में, बल्कि छोटे शहरों में भी गेमिंग को लेकर दीवानगी खूब बढ़ी है. 

रिपोर्ट में क्‍या कुछ सामने आया? 

  • वित्त वर्ष 2029 तक 9.2 बिलियन डॉलर की हो जाएगी गेमिंग इंडस्‍ट्री

  • FY23 में $3.1 बिलियन का था बाजार, FY24 में 23% बढ़कर पहुंचा $3.8 बिलियन

  • मौजूदा समय में $12.5 बिलियन के न्‍यू मीडिया मार्केट में 30% हिस्‍सेदारी गेमिंग की

  • देश में 59.1 करोड़ एक्टिव गेमर्स, इनमें 2.3 करोड़ गेमर्स केवल इसी साल जुड़े हैं

  • म‍हिला गेमर्स की भी बड़ी आबादी, कुल गेमर्स में 44% यानी 26 करोड़ महिलाएं

  • मेट्रो सिटी से ज्‍यादा नॉन-मेट्रो सिटीज में हैं गेमर्स, करीब 66% है इनकी हिस्‍सेदारी

  • 43% गेमर्स 18-30 एज ग्रुप के, 30-45 एज ग्रुप के 29%, 45+ एज ग्रुप के 28% गेमर्स

  • 14.8 करोड़ यूजर्स इन-गेम खरीदारी करते हैं, FY24 में ऐसे 80 लाख यूजर्स जुड़े

  • सबसे तेजी से बढ़ रही मिड-कोर गेम्‍स से प्रेरित इन-ऐप खरीदारी, YoY ग्रोथ 41%

खूब बढ़ा रेवेन्‍यू पर प्रॉफिट थोड़ा कम 

रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि रियल मनी गेमिंग (RMG) प्लेटफॉर्म ने दो वर्ल्‍ड कप और एक IPL इवेंट समेत लाइव स्‍पोर्ट्स सीजन के चलते अपने रेवेन्‍यू में 400 मिलियन डॉलर जोड़े हैं. हालांकि भारी-भरकम 28% GST के चलते रियल मनी गेमिंग का रेवेन्‍यू प्रभावित हुआ है और प्रॉफिट भी कम हुआ है. इसमें कहा गया है कि कैजुअल और हाइपरकैजुअल गेम्स में इन-ऐप परचेजिंग रेवेन्‍यू में 10% CAGR की ग्रोथ देखी गई. 

दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल गेमिंग बाजार  

भारत अब मोबाइल गेमिंग डाउनलोड के मामले में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बाजार है, जो अमेरिका और ब्राजील से 3.5 गुना बड़ा है. वित्त वर्ष 24 में 2.3 करोड़ नए गेमर्स को जोड़कर भारतीय गेमिंग बाजार 59 करोड़ गेमर्स तक पहुंच गया. रिपोर्ट के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2024 में 80 लाख नए पेड यूजर्स जुड़े जिससे भुगतान करने वाले कुल गेमर्स की संख्या 14.8 करोड़ हो गई. 

हफ्ते में औसतन 13 घंटे खर्च कर रहे गेमर्स

देश में गेमर्स हफ्ते में औसतन 10 से 13 घंटे समय दे रहे हैं. रिपोर्ट के अनुसार, गेम पर बिताया जाने वाला औसत साप्ताहिक समय 30% बढ़कर 10 घंटे से 13 घंटे हो गया. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि 64% भुगतान करने वाले यूजर्स, जो रियल-मनी गेमिंग (RMG) खेलते हैं, मिड-कोर गेम्स के लिए भी भुगतान करते हैं. लगभग 25% गेमर्स ने कहा कि वे इन खेलों में पैसे खर्च करते हैं और 83% गेमर्स इन-गेम भुगतान करने के लिए UPI या डिजिटल वॉलेट्स का इस्तेमाल करते हैं.

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