भारत जितनी बड़ी इकोनॉमी, एयरलाइंस भी उतनी बड़ी चाहिए, लेकिन इंडिगो के CEO को इस बात की है फिक्र?

एल्‍बर्स की टिप्पणी इस चिंता के बीच आई है कि घरेलू एविएशन मार्केट, एकाधिकार (Duopoly) की ओर बढ़ रहा है.

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Indigo CEO Interview: भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो (Indigo) के CEO पीटर एल्बर्स (Peter Elbers) ने कहा है कि भारत जैसी आबादी वाले देश में उसकी इकोनॉमी के आकार काे रिप्रेजेंट करने वाली एयरलाइंस होनी चाहिए. जून तिमाही में अब तक सबसे अधिक रेवेन्‍यू और मुनाफा दर्ज करने की घोषणा के बाद एक इंटरव्‍यू में उन्‍होंने ये बात कही है.

NDTV को दिए गए एक इंटरव्‍यू में उन्‍होंने कहा, 'यदि आप एक पल के लिए पीछे हटते हैं तो आप देखते हैं कि धरती पर सबसे अधिक आबादी वाले देश में, वास्‍तव में आबादी और इकोनॉमी के अनुसार एयरलाइंस होनी चाहिए.

एल्‍बर्स की टिप्पणी इस चिंता के बीच आई है कि घरेलू नागरिक उड्डयन बाजार (Domestic Civil Aviation Market) एकाधिकार (Duopoly) की ओर बढ़ रहा है, क्‍योंक‍ि गो फर्स्ट के दिवालिया होने के बाद बाजार का बड़ा हिस्‍सा इंडिगो और विस्तारित एयर इंडिया (Air India) के अधीन है.

एविएशन मार्केट में बढ़ी हिस्‍सेदारी

इंटरग्लोब एविएशन की एयरलाइन इंडिगो और टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन एयर इंडिया का एकाधिकार जून में मजबूत हुआ और इंडियन एविएशन मार्केट में उनकी संयुक्त हिस्सेदारी 90% के करीब पहुंच गई. इंडिगो ने जून में 63.4% बाजार हिस्सेदारी हासिल कर ली है, जो अप्रैल में 56.8% थी. यही आखिरी महीना था, जब गो फर्स्ट (Go First) ने नियमित सेवाएं दी थी. और फिर मई में दिवालिया प्रक्रिया के लिए याचिका दायर की गई थी.

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316 विमानों के बेड़े वाली देश की सबसे बड़ी एयरलाइन, इंडिगो ने जून तिमाही में 3,090.6 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड मुनाफा दर्ज किया. पिछले साल जून तिमाही (Q1 FY 2022-23) में इंडिगो ने 1,064.3 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था.

टेल स्‍ट्राइक और जुर्माने पर क्‍या बोले CEO?

देश की सबसे प्रमुख एयरलाइन कंपनियों में शुमार इंडिगो टेल स्ट्राइक को लेकर काफी चर्चा में हैं. हालिया सुरक्षा चिंताओं को लेकर इंडिगो DGCA की जांच के दायरे में है और एयरलाइन पर जुर्माना भी लगाया गया है. इस पर इंडिगो ने कहा कि टेल स्ट्राइक से पहले उसका सुरक्षा रिकॉर्ड बहुत मजबूत था, जिसकी वजह से उस पर खास ध्यान गया.

हम इस बारे में पारदर्शी हैं और जांच पूरी होने के बाद जो भी आवश्यक कदम होंगे, वो उठाए जाएंगे. सेफ्टी अपडेशन हमारी निरंतर प्रक्रिया है. सुरक्षा हमारी प्रमुख तौर पर पहली, दूसरी और तीसरी प्राथमिकता है.
पीटर एल्बर्स, CEO, इंडिगो एयरलाइन

टेक-ऑफ या लैंडिंग के दौरान विमान का पिछला हिस्सा रनवे के संपर्क में आने को टेल स्ट्राइक कहा जाता है. पिछले 6 महीनों में A-321 विमान के पिछले हिस्से से टकराने की चार घटनाएं होने के बाद DGCA ने इंडिगो पर 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है.

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'समीक्षा के बाद उठाएंगे कदम'

इंडिगो के दावों से इतर रेगुलेटरी बॉडी DGCA इस मुद्दे पर एयरलाइन की प्रतिक्रियाओं से संतुष्ट नहीं है और सुरक्षा मानकों पर इंडिगो की खामियां बताई है.

इस सवाल पर एल्बर्स ने कहा, 'हमें हाल ही में DGCA ने इस बारे में लिखा है. बेशक, वे बहुत गंभीर हैं, आज हम इसका मूल्यांकन करने की प्रक्रिया में हैं. और फिर हम अपना अगला कदम तय करेंगे.'

DGCA के फैसले से सहमति के सवाल पर एल्बर्स ने कहा कि कंपनी रेगुलेटरी बॉडी की प्रतिक्रिया की समीक्षा कर रही है और उसके आधार पर हम नियम और प्रक्रिया के अनुसार DGCA के साथ जुड़ेंगे.

खिलाड़ियों को और बड़ा होने की जरूरत

एल्‍बर्स ने कहा, 'ये इंडियन एविएशन मार्केट में बदलावों का दौर है और ये कंपटीशनल मार्केट में पनप रहे सबसे बड़े खिलाड़ियों के वैश्विक रुझान के ही समान है. दुनिया के कुछ बड़े पैसेंजर कैरियर्स के साथ कंपीटिशन में सक्षम होने के लिए भारत में भी बड़े खिलाड़ियों को और बड़ा होने की जरूरत है.

इंडिगो एयरलाइन ने 19 जून को अब तक के इतिहास का सबसे बड़ा ऑर्डर दिया है. पेरिस एयर शो में इ‍ंंडिगो ने एयरबस को 500 विमानों का ऑर्डर दिया और एयर इंडिया के 470 विमानों के ऑर्डर से आगे निकल गई.

हाल ही में संसद में पूछे गए एक सवाल के जवाब में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने बताया था इन ऑर्डर्स की पुष्टि की थी और बताया था कि इन विमानों के संचालन और पार्किंग के लिए एयरलाइंस को एयरपोर्ट मैनेजर्स से तालमेल बिठाने का निर्देश दिया गया है.

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