ITC में सबसे बड़ी शेयरहोल्डर ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको (BAT) होटल बिजनेस से बाहर निकलने की योजना बना रही है. ITC बोर्ड ने होटल बिजनेस को डीमर्ज करने और उसे अलग से लिस्ट कराने को मंजूरी दे दी है. होटल बिजनेस की लिस्टिंग के बाद BAT डीमर्जर से मिले शेयरों को बेच सकती है.
ITC को होटल बिजनेस के डीमर्जर और संभावित लिस्टिंग के लिए जरूरी रेगुलेटरी अप्रूवल मिल चुके हैं.
BAT के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर टेड्यू मार्रोको ने कहा कि उनका भारत में होटल बिजनेस में शेयरहोल्डर बने रहने का कोई इरादा नहीं है. जब वक्त सही होगा तब फर्म अपनी हिस्सेदारी बेच देगी.
मार्रोको ने एनालिस्ट्स से एक इवेंट पर चर्चा करते हुए ये बातें कहीं. ITC ने हाल में बताया था कि NCLT कोलकाता से कंपनी को डीमर्जर की मंजूरी मिल गई है. रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज में फाइलिंग के साथ डीमर्जर प्रभावी हो जाएगा.
डीमर्जर के बाद होटल कंपनी में ITC शेयरहोल्डर्स की 60% हिस्सेदारी होगी. इसमें BAT भी शामिल है, जिसके पास 15.27% हिस्सेदारी होगी. नई एंटिटी में ITC की भी 40% हिस्सेदारी होगी.
ITC भारत में होटल बिजनेस के लिए एसेट लाइट स्ट्रैटेजी अपना रही है. पिछले 24 महीनों में कंपनी ने 32 होटल खोले हैं और अब इनकी कुल संख्या 140 पहुंच गई है. कंपनी की अगले कुछ सालों में होटल पोर्टफोलियो में 200 होटल शामिल करने की योजना है.
BAT, ITC में फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टर है. BAT डीमर्जर के बाद भी ITC में अपनी हिस्सेदारी बरकरार रखना चाहती हैं. भारत में सिगरेट में FDI निवेश पर सीमा तय है. ऐसे में नई एंटिटी में भी BAT अपनी हिस्सेदारी चाहकर भी नहीं बढ़ा पाएगी.