अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी के बेटे जीत अदाणी और दिवा शाह ने विवाह से पहले लिया ‘मंगल सेवा’ का संकल्प लिया है. दोनों ने हर साल 500 दिव्यांग बहनों की शादी में मदद करने का पुण्य संकल्प लिया है.
अपनी शादी से ठीक दो दिन पहले अपने घर पर, जीत अदाणी ने इस पहल की शुरुआत करने के लिए 21 नवविवाहित दिव्यांग महिलाओं और उनके पतियों से मुलाकात की. जीत 7 फरवरी को गुजरात में दिवा शाह के साथ विवाह बंधन में बंधने जा रहे हैं.
गौतम अदाणी ने सोशल मीडिया के जरिए अपने छोटे बेटे जीत और होने वाली पुत्र वधु दिवा शाह के पुण्य संकल्प की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि दोनों ने वैवाहिक जीवन शुरू करने से पहले ‘मंगल सेवा’ का संकल्प लिया है. इसके लिए जीत और दिवा हर साल 500 दिव्यांग बहनों के विवाह में प्रत्येक बहन के लिए 10 लाख का आर्थिक सहयोग करेंगे. गौतम अदाणी ने कहा कि एक पिता के रूप में ये ‘मंगल सेवा’ उनके लिए संतोष और सौभाग्य की बात है.
वर्तमान में जीत अदाणी, अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स के निदेशक हैं. ये भारत की सबसे बड़ी एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी है, जिसके पास आठ एयरपोर्ट्स का पोर्टफोलियो है. एयरपोर्ट बिजनेस के अलावा वो अदाणी ग्रुप के रक्षा, पेट्रोकेमिकल्स और कॉपर व्यवसायों की भी देखरेख करते हैं.
जीत अदाणी ने ये मंगल संकल्प अपनी मां डॉक्टर प्रीति अदाणी से प्रेरित होकर लिया है. डॉक्टर प्रीति अदाणी ने अदाणी फाउंडेशन को गुजरात के मुंद्रा में एक छोटे से ग्रामीण प्रोजेक्ट से लेकर एक ग्लोबल परोपकारी संस्था के रूप में विकसित किया. जीत अदाणी दिव्यांग लोगों की सहायता करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए परोपकारी कार्यों में गहरी रुचि रखते हैं.