Adani Gets Clean Chit: अदाणी ग्रुप को सुप्रीम कोर्ट की एक्सपर्ट कमिटी से क्लीन चिट, बाजार और इंडस्ट्री के दिग्गजों ने क्या कहा

अदाणी-हिंडनबर्ग मामले में सुप्रीम कोर्ट की एक्सपर्ट कमिटी ने अदाणी ग्रुप को क्लीन चिट दी है. इस पर बाजार के जानकारों और इंडस्ट्री के दिग्गजों की क्या राय है, आइए जानते हैं.

Source: Twitter

अदाणी-हिंडनबर्ग (Adani Hindenburg) मामले में सुप्रीम कोर्ट की एक्सपर्ट कमिटी ने अदाणी ग्रुप को क्लीन चिट दी है. कमिटी ने अपनी रिपोर्ट में साफ कहा है कि पहली नजर में अदाणी ग्रुप ने न तो कोई नियम तोड़ा, न कोई कानून. हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद शॉर्ट सेलर्स ने मुनाफा कमाया और इसकी जांच होनी चाहिए. वहीं, इस पूरे मामले पर बाजार के जानकारों और इंडस्ट्री के दिग्गजों की क्या राय है. आइए इसे डिटेल में देख लेते हैं.

शॉर्टसेलर्स ने बिना किसी सबूत के रिपोर्ट तैयार की: मोहनदास पाई

आरिन कैपिटल के चेयरमैन TV मोहनदास पाई ने BQ Prime से बातचीत में इस पूरे मामले पर कहा है कि SC कमिटी की रिपोर्ट से कई बातें साफ हुईं हैं. उनका कहना है कि शॉर्टसेलर्स ने बिना किसी सबूत के एक रिपोर्ट तैयार की थी. मोहनदास पाई ने आगे कहा कि कमिटी को जांच में नियमों का उल्लंघन नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि SEBI को जांच करनी होगी, किसने शॉर्टसेलिंग से पैसे कमाए. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की एक्सपर्ट कमिटी की रिपोर्ट को अदाणी ग्रुप के लिए अच्छी खबर बताया है.

इसके अलावा पाई ने इस मामले पर हुई राजनीति को लेकर कहा कि अदाणी मामले को राजनीतिक मुद्दा बनाना एंटी-बिजनेस सोच दिखाता है.

नियमों का उल्लंघन नहीं दिखा: संदीप पारेख

फिनसेक लॉ एडवाइजर्स के संदीप पारेख ने इस मामले पर हमारे सहयोगी चैनल NDTV के साथ बातचीत में कहा है कि कमिटी को किसी भी मामले में नियमों का उल्लंघन नहीं दिखा है. पारेख ने इस रिपोर्ट को अदाणी ग्रुप के लिए ये अच्छी खबर बताया है. उन्होंने बातचीत में आगे कहा कि इस मामले की वजह से कुछ लोगों ने पैसे गंवाए, तो बहुत से लोगों ने पैसे कमाए भी हैं.

Also Read: Adani-Hindenburg Case: SC कमिटी ने अदाणी ग्रुप को दी क्लीनचिट, कहा- 'शेयर प्राइस में हेरफेर नहीं, नियमों का कोई उल्लंघन नहीं हुआ'

अदाणी ग्रुप शेयरों में कोई दिक्कत नहीं: समीर अरोड़ा

NDTV से बात करते हुए हेलियस कैपिटल के फाउंडर समीर अरोड़ा ने बताया कि जब हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आई थी, तो इसमें शेयरहोल्डिंग को लेकर आरोप लगाए गए थे. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट के बाद गिरावट में उन्होंने 2 अदाणी शेयरों में निवेश किया. अरोड़ा ने आगे कहा कि उन्हें खुशी है कि हिंडनबर्ग के आरोपों पर स्थिति साफ हो गई. मार्केट के नजरिए से अदाणी ग्रुप शेयरों में कोई दिक्कत नहीं है.

शेयरों की कीमत में हेर-फेर नहीं हुई: रायन करंजावाला

सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ वकील रायन करंजावाला ने हमारे सहयोगी चैनल NDTV के साथ बात करते हुए कहा कि अदाणी ग्रुप के लिए आज खुशी का दिन है. उन्होंने कहा कि कमिटी ने जांच करते समय तीन चीजों पर ध्यान दिया है. मिनिमम पब्लिक शेयरहोल्डिंग, रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शन की जांच हुई है. करंजावाला का कहना है कि कमिटी के मुताबिक शेयरों की कीमत में हेर-फेर नहीं हुई है.

Also Read: Adani Stocks Surge: अदाणी-हिंडनबर्ग मामले में SC कमिटी की क्लीनचिट के बाद अदाणी ग्रुप के शेयरों ने लगाई छलांग

अदाणी ग्रुप के पक्ष में रिपोर्ट: मुकुल रोहतगी

वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने NDTV से अदाणी मामले पर सुप्रीम कोर्ट की एक्सपर्ट कमिटी की रिपोर्ट पर कहा कि अदाणी ग्रुप के पक्ष में कमिटी की ये रिपोर्ट आई है. उन्होंने आगे कहा कि रिपोर्ट के मुताबिक, अदाणी ग्रुप ने शेयरों की कीमतों में कोई हेरफेर नहीं हुई है. रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शंस नियमों का भी कोई उल्लंघन नहीं हुआ है.

रोहतगी ने रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि मिनिमम पब्लिक शेयरहोल्डिंग नियमों का पालन हुआ है. अदाणी ग्रुप के शेयरों की कीमत स्थिर है. अदाणी ग्रुप के कदमों से निवेशकों का विश्वास बढ़ा है. 24 जनवरी के बाद हुई शॉर्ट सेलिंग में अदाणी ग्रुप का हाथ नहीं है.

कोई फेल्योर नहीं हुआ है: नितिन मेश्राम

SC के वरिष्ठ वकील नितिन मेश्राम ने कहा कि रेगुलेटरी फ्रेमवर्क को लेकर काफी तरह की शंकाएं जताई गई थी. कहा जा रहा था कि ये रेगुलेटरी फ्रेमवर्क का फेल्योर है और बहुत बड़ा घोटाला हुआ है. लेकिन अब जब सुप्रीम कोर्ट की एक्सपर्ट कमिटी ने कह दिया है कि रेगुलेटरी फ्रेमवर्क कोई फेल्योर नहीं हुआ है, तो इससे अब जनता का भरोसा फिर बढ़ेगा.

अमित मालवीय ने किया कटाक्ष

अदाणी मुद्दे पर BJP के सोशल मीडिया हेड अमित मालवीय ने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता का भाषण लिखने वालों को उनकी ‘झूठ मशीन' को बनाए रखने के लिए अब कुछ और करना होगा. उन्होंने कहा, 'उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त विशेषज्ञ समिति ने अदालत को सूचित किया कि यह निष्कर्ष निकालना संभव नहीं है कि मूल्य में हेरफेर के आरोपों के बीच कोई नियामकीय विफलता हुई है. राहुल गांधी के भाषण लेखकों को अब उनकी झूठ की मशीन को बनाए रखने के लिए कुछ और विचित्र तरीके से सामने आना होगा.'

अदाणी ग्रुप को जान बूझकर किया गया टारगेट: अश्वनी दुबे

वरिष्ठ वकील अश्वनी दुबे ने कहा कि, ये साबित हुआ कि एजेंडा ड्रिवन एक्सरसाइज हुई. एक रिपोर्ट आती है, एक पन्ने की. वह रिपोर्ट तो सभी पढ़ते हैं लेकिन उसका जो रिप्लाई होता है 453 पन्ने का वह पढ़ने की कोई कोशिश नहीं करता.

उन्होंने कहा कि लेकिन इस बीच जो डैमेज करना था, बिना किसी निष्कर्ष के, बिना किसी जजमेंट के, बिना किसी कोर्ट के ऑर्डर के, वह डैमेज उस ग्रुप को कर दिया. अब उसकी रिकवरी कैसे होगी, वह एक अलग विषय है.