बजट 2013-14 पर शेयर बाजार के विशेषज्ञों ने मिलीजुली प्रतिक्रिया दी है। कुछ विशेषज्ञों ने इसे शेयर बाजार के लिए अच्छा बजट बताया, तो कुछ ने बजट प्रस्तावों को बाजार के प्रतिकूल बताया।
एमसीएक्स-एसएक्स के प्रबंध निदेशक और सीईओ जोसफ मैसी ने कहा, बजट पूंजी बाजार के लिए अच्छा है और यह बाजार का आधार बढ़ाएगा। राजीव गांधी इक्विटी बचत योजना के तहत सीमा बढ़ाए जाने से लोग शेयर बाजार की ओर आकर्षित होंगे।
दूसरी ओर, इंडियानिवेश सिक्युरिटीज के प्रमुख (अनुसंधान) दलजीत कोहली ने कहा, यह बजट बाजार के अनुकूल नहीं है, क्योंकि इस साल के बजट प्रावधान में कुछ भी अच्छा नहीं है। शेयर बाजार की स्थिति पर कोई ऐसी घोषणा नहीं की गई, जिससे छोटे निवेशक भारतीय बाजार में पैसा लगाने को प्रोत्साहित हों।
शेयर बाजार की प्रतिक्रिया भी बजट को लेकर नकारात्मक रही, जिससे गुरुवार को बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 291 अंक टूटकर 19,000 से नीचे बंद हुआ। एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज के प्रबंध निदेशक कृष्णकुमार करवा ने कहा, बजट के प्रावधान व्यवहारिक, संतुलित और मौजूदा आर्थिक बाधाओं और राजनीतिक सच्चाइयों को ध्यान में रखकर किए गए हैं। उन्होंने कहा, बजट में लोक-लुभावन घोषणाएं नहीं की गई हैं। इससे दीर्घकालीन निवेशक आकर्षित होने चाहिए। हालांकि अल्पकालिक निवेशक बजट प्रावधानों से थोड़ा निराश हो सकते हैं।