माइक्रोसॉफ्ट ने छीना एप्‍पल से ताज, बनी दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी

Apple का स्‍टॉक नए साल 2024 के 11 दिनों में ही अब तक 3.3% गिर गया है, जबकि Microsoft में 1.8% की बढ़ोतरी हुई है.

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बिक्री में गिरावट और मांग संबंधी चिंताओं के बीच iPhone बनाने वाली कंपनी Apple के लिए साल 2024 की शुरुआत खराब रही. इस बीच गुरुवार को Microsoft ने Apple को पछाड़कर दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी का ताज अपने नाम कर लिया है.

NDTV पर छपी रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट के शेयरों में गुरुवार को 1.5% की बढ़ोतरी हुई, जिससे इसका मार्केट कैप 2.888 ट्रिलियन डॉलर पहुंच गया.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से कमाई करने की दौड़ में माइक्रोसॉफ्ट की शुरुआती बढ़त ने इन्‍वेस्‍टर्स को रिझाया और नतीजा सामने है.

वहीं Apple 2.887 ट्रिलियन के मार्केट कैप के साथ माइक्रोसॉफ्ट से 0.3% नीचे रह गया है. साल 2021 के बाद ऐसा पहली बार है, जब इसका मूल्यांकन Microsoft से नीचे गिर गया है.

कैलिफोर्निया बेस्‍ड कंपनी का स्‍टॉक नए साल 2024 के 11 दिनों में ही अब तक 3.3% गिर गया है, जबकि माइक्रोसॉफ्ट में 1.8% की बढ़ोतरी हुई है.

एप्‍पल के सामने चीन से चुनौती

लंबे वक्त से iPhone की सेल में गिरावट जारी है. खासकर चीन में सबसे ज्‍यादा गिरावट दर्ज की जा रही है. चूंकि ग्‍लोबल सेल में चीन का बड़ा हिस्‍सा होता है, ऐसे में चीन में सेल डाउन होने से एप्‍पल को वैश्विक स्‍तर पर नुकसान हो रहा है.

ब्रोकरेज रेडबर्न अटलांटिक ने बुधवार को एक नोट में कहा, 'आने वाले वर्षों में चीन में कंपनी के परफॉर्मेंस गिर सकता है. अमेरिका-चीन तनाव और Huawei मैट 60 सीरीज बनाम आईफोन 15 प्रतिस्‍पर्धा की ओर इशारा करते हुए ब्रोकरेज ने कहा कि एप्‍पल पर दबाव बढ़ गया है.

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ग्रोथ में पिछड़ा एप्‍पल

Apple के शेयर, जिसका मार्केट कैप 14 दिसंबर को 3.081 ट्रिलियन डॉलर के शिखर पर था, पिछले साल 48% की बढ़त के साथ समाप्त हुआ.

ये माइक्रोसॉफ्ट की 57% ग्रोथ के मुकाबले कम थी, जिसने ChatGPT मेकर OpenAI के साथ टाई-अप की बदौलत साल 2023 में जेनरेटिव AI संचालित टूल को मार्केट में उतारा और छा गई.

पहले भी बढ़त बना चुकी है कंपनी

Microsoft ने 2018 के बाद से कई बार सबसे मूल्यवान कंपनी के रूप में Apple पर बढ़त बनाई है. सबसे हाल का उदाहरण 2021 का है, जब कोविड के चलते सप्‍लाई चेन प्रभावित होने से iPhone मेकर कंपनी के शेयर नीचे गए.

फिलहाल, वॉल स्ट्रीट माइक्रोसॉफ्ट को लेकर ज्‍यादा पॉजिटव हुआ है. माइक्रोसॉफ्ट को लेकर किसी ने भी 'SELL' रेटिंग नहीं दी है और कंपनी पर नजर रखने वाले 90% ब्रोकरेजेज ने शेयर पर 'BUY' रेटिंग रखी है.

Apple के खाते में दो 'SELL' रेटिंग है और कंपनी पर नजर रखने वालों में केवल दो-तिहाई एनालिस्‍ट्स ने इसे 'BUY' रेटिंग दे रखा है.

मजबूत स्थिति में माइक्रोसॉफ्ट

दोनों ही शेयर PE यानी प्रति शेयर मुनाफे और कीमत के हिसाब से महंगे दिखते हैं, जो सार्वजनिक तौर पर लिस्‍टेड कंपनियों के मूल्यांकन का एक सामान्य तरीका है.

LSEG डेटा के मुताबिक, एप्पल 28 के फॉरवर्ड PE पर कारोबार कर रहा है, जो पिछले 10 वर्षों में 19 के औसत से काफी ऊपर है. वहीं, माइक्रोसॉफ्ट अपने 10 साल के औसत 24 से ऊपर करीब 31 गुना आगे की कमाई पर कारोबार कर रहा है.

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