पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (Paytm Payments Bank) ने एक्सटर्नल ऑडिटर्स के लिए प्रपोजल जारी किया है. नाम न बताने की शर्त पर इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि बैंक ने इस RFP को केवल एक्सटर्नल ऑडिटर्स के लिए जारी किया है और इसलिए ये सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध नहीं है.
इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि RFP को जारी करने का मुख्य उद्देश्य कंप्लायंस और KYC के लिए ऑडिट करना है. इस ऑडिट को शुरू करके पेटीएम पेमेंट्स बैंक भारतीय रिजर्व बैंक को ये भी दिखाना चाहता है कि वो हर तरह से नियमों का पालन कर रहा है.
31 जनवरी को हुआ एक्शन
31 जनवरी को, RBI ने 'लगातार नॉन-कंप्लायंस' और कुछ मेजर इशू की वजह से वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड की सहयोगी कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर कार्रवाई की थी. RBI के आदेश के मुताबिक मुताबिक, 29 फरवरी के बाद से कोई भी यूजर पेटीएम पेमेंट्स बैंक में अपने पैसे डिपॉजिट नहीं कर पाएगा. हालांकि, इसके ग्राहकों को पैसे निकालने की इजाजत मिलेगी.
RBI की जांच में पाया था कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने खाताधारकों का सही से ऑडिट और KYC नहीं किया था, यही नहीं होल्डिंग कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस और पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बीच फाइनेंशियल और नॉन-फाइनेंशियल बिजनेस किया गया.
विजय शेखर शर्मा को नहीं मिली मदद
इस कार्रवाई के जवाब में, वन97 कम्युनिकेशंस के फाउंडर और CEO विजय शेखर शर्मा ने भी मदद मांगने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की, लेकिन मामले की जानकारी रखने वाले लोगों के मुताबिक, वित्त मंत्रालय ने उन्हें सीधा रिजर्व बैंक से संपर्क करने की सलाह दी.