क्वेस कॉर्प के बोर्ड ने कारोबार से जुड़ा बड़ा फैसला लेते हुए कंपनी के बिजनेस को तीन अलग-अलग कंपनियों में बांटने को मंजूरी दी है. कंपनी ने ये फैसला वैल्यू अनलॉकिंग के मद्देनजर किया है. एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक कारोबार में विभाजन के बाद जो 3 कंपनियां बनेंगी उनके नाम होंगे- क्वेस कॉर्प लिमिटेड (Quess Corp Ltd), डिजिट्यूड सॉल्यूशन लिमिटेड (Digitide Solutions Ltd) और ब्लूस्प्रिंग एंटरप्राइजेज (Bluspring Enterprises).
इस डिमर्जर को लेकर कंपनी का कहना है कि ये फैसला इसलिए लिया गया है ताकि मैनेजमेंट को हर बिजनेस के हिसाब से कैपिटल एलोकेशन करने में आसानी हो और ये शेयरहोल्डर्स के लिए भी वैल्यू क्रिएट करेगा
शेयरहोल्डर्स को क्या मिलेगा?
कंपनी ने एक्सचेंज को भेजी जानकारी में बताया है कि डिमर्जर लागू होने के बाद क्वेस कॉर्प के शेयरधारकों को हर एक शेयर के बदले नई कंपनियों में भी 1-1 शेयर दिए जाएंगे. कंपनी ने ये भी बताया है कि ये डिमर्जर की प्रक्रिया पूरी होने और रेगुलेटरी क्लीयरेंस मिलने में 12-15 महीने का समय लग सकता है.
क्या है डिमर्जर का प्लान?
क्वेस कॉर्प का फोकस वर्कफोर्स मैनेजमेंट पर ही रहेगा
डिजिट्यूड सॉल्यूशन के पास प्रोसेस मैनेजमेंट, इंश्योरटेक और ह्यूमन रिसोर्स आउटसोर्सिंग का बिजनेस रहेगा
ब्लूस्प्रिंग एंटरप्राइजेज का काम फैसिलिटी मैनेजमेंट, इंडस्ट्रियल सर्विसेज और इन्वेस्टमेंट का होगा.