REC लिमिटेड (REC Limited) ने अगले साल अनसिक्योर्ड या सिक्योर्ड नॉन-कनवर्टिबल डिबेंचर के निजी प्लेसमेंट के माध्यम से 1.55 लाख करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना की घोषणा की है. इसे आगामी AGM में शेयर होल्डर की मंजूरी मिल सकती है.
एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक, फंड एक या अधिक किस्तों में जुटाए जाएंगे.
इसके अलावा, कंपनी ने संबंधित अधिकारियों से मंजूरी मिलने के बाद अपनी प्रोजेक्ट स्पेसिफिक सब्सिडियरी कंपनी राजगढ़ III पावर ट्रांसमिशन को बंद करने का फैसला किया है. ये सहायक कंपनी REC पावर डेवलपमेंट एंड कंसल्टेंसी की पूर्ण स्वामित्व वाली यूनिट है, जिसे मूल रूप से मध्य प्रदेश के राजगढ़ में 1500 मेगावाट बिजली इवैक्यूएशन प्रोजेक्ट को एग्जीक्यूट करने के लिए स्थापित किया गया था. ये सरकार की ट्रांसमिशन डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का हिस्सा है.
इस प्रोजेक्ट की पहचान राष्ट्रीय ट्रांसमिशन समिति द्वारा की गई थी, जिसमें RECPDCL बोली प्रक्रिया कोऑर्डिनेटर के रूप में कार्य कर रहा था. हालांकि, राजगढ़ फेज III प्रोजेक्ट को किसी अन्य पहल के साथ जोड़ने के निर्णय के बाद विद्युत मंत्रालय ने 18 मार्च, 2025 को प्रोजेक्ट को डी-नोटिफाइड कर दिया. इसके बाद अब REC ने SPV को बंद करने का निर्णय लिया है.
इससे पहले 30 मई को REC ने एक्सचेंजों को बताया किया था कि उसने टैरिफ-बेस्ड प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के माध्यम से चुने गए सफल बिडर अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस को WRNES तालेगांव पावर ट्रांसमिशन की पूरी शेयरहोल्डिंग ट्रांसफर कर दी. REC पावर डेवलपमेंट एंड कंसल्टेंसी और अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस ने शेयर खरीद समझौते को अंजाम दिया.