SpiceJet Crisis: स्‍पाइसजेट ने 150 क्रू मेंबर्स को 3 महीने की छुट्टी पर भेजा, DGCA के फैसले के बीच शेयर गिरे

तमाम चुनौतियों के बावजूद, स्पाइसजेट अपने भविष्य को लेकर आशावादी बनी हुई है.

Source: NDTV Profit

एयरलाइन में वित्तीय संकट की खबरों के बीच स्पाइसजेट ने 150 केबिन क्रू मेंबर्स 3 महीने की अस्थाई छुट्टी पर भेज दिया है. छुट्टी की अवधि के दौरान, प्रभावित केबिन क्रू मेंबर्स की स्थिति कर्मचारी के तौर पर बरकरार रहेगी. उनके हेल्‍थ बेनिफिट्स और अर्जित अवकाश (Earned Leave) भी बने रहेंगे.

कंपनी के प्रवक्ता के अनुसार, एयरलाइन ने इस फैसले के पीछे की वजह, ट्रैवल सीजन का धीमा पड़ना और फ्लीट साइज में कमी बताया है, जिसका उद्देश्य लॉन्‍ग टर्म स्‍टेबिलिटी एश्योर करना है.

फ्लाइट कैंसिलेशन और ऑपरेशनल कमियां सामने आने पर स्पाइसजेट की रेगुलेटरी स्‍क्रूटनी के बाद इन कर्मियों को छुट्टी पर भेजे जाने की रिपोर्ट दी गई. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने सिक्‍योरिटी सुनिश्चित करने के लिए एयरलाइन पर स्पॉट चेक और रात की निगरानी बढ़ाने की घोषणा की है. लंबे समय से चली आ रही समस्याओं के चलते स्पाइसजेट, 2022 से DGCA की जांच के दायरे में है.

अस्तित्‍व बचाने को जूझ रही एयरलाइन

तमाम चुनौतियों के बावजूद, स्पाइसजेट अपने भविष्य को लेकर आशावादी बनी हुई है. एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा, 'जैसा कि हम आगामी QIP यानी क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट के बाद अपने बेड़े को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं, हम अपने क्रू मेंबर्स का फिर से स्‍वागत करने के लिए उत्‍सुक हैं.'

स्पाइसजेट ने जुलाई में QIP के माध्यम से 3,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना को मंजूरी दी थी. ये प्‍लान शेयरधारकों के अप्रूवल और रेगुलेटरी मंजूरी के अधीन है, जो इसकी फाइनेंशियल स्थिति मजबूत करने के प्रयासों का हिस्‍सा है.

बहुत ठीक नहीं है स्थिति

गुरुवार को दुबई एयरपोर्ट ने एयरलाइन बकाया को लेकर स्पाइसजेट के यात्रियों को चेक-इन करने करने से मना कर दिया था. ऐसी और भी घटनाएं सामने आ चुकी हैं. अगस्त में ही दूसरी घटना थी, जब मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने पहले स्पाइसजेट पैसेंजर्स के लिए संभावित फ्लाइट संबंधी व्यवधानों को लेकर एडवायजरी वाॅर्निंग जारी की थी. बाद में फाइनेंशयल इश्‍यू के सॉल्‍व होने के बाद एडवायजरी वापस ले ली गई थी.

5% से ज्‍यादा गिरे शेयर

NDTV Profit ने सूत्रों के हवाले से स्पाइसजेट में कर्मचारियों की सैलरी पेमेंट में देरी की भी खबर दी थी. मौजूदा समय में बढ़े संकट के बीच DGCA ने एयरलाइन के ऑपरेशनल सिक्‍योरिटी पर बारीकी से नजर रखने के लिए इसे कड़ी निगरानी में रखा है.

स्‍पाइसजेट पर DGCA की कड़ी निगरानी के फैसले के बाद शुक्रवार को इंट्राडे के दौरान शेयरों में 5% से ज्‍यादा की गिरावट देखी गई. DGCA ने एयरलाइन ऑपरेशन की सेफ्टी के लिए स्‍पॉट चेक्‍स और नाइट सर्विलांस बढ़ाने का फैसला लिया है.

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