महाराष्ट्र सरकार ने शराब पर एक्साइज ड्यूटी 50% तक बढ़ाई है, जिससे देसी और विदेशी शराब महंगी हो जाएगी. महाराष्ट्र सरकार के टैक्स बढ़ाने के फैसले के बाद शराब कंपनियों के शेयरों में हलचल हुई है.
भारत में बनने वाली विदेशी शराब (IMFL) पर एक्साइज ड्यूटी को महाराष्ट्र सरकार ने बढ़ा दिया है.
सरकार के फैसले के बाद सुला विनयार्ड्स, GM ब्रुअरीज के शेयर में बढ़ोतरी देखी गई. GM ब्रुअरीज में लगभग 6% तक की तेजी रही, जबकि सुला वाइनयार्ड्स में लगभग 2% की बढ़ोतरी देखने को मिली है.
एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोतरी शराब की दुकानों से रिटेल खरीद और रेस्तरां या बार में होने वाली खपत दोनों पर लागू होगी है, जिससे राज्य में शराब और महंगी हो जाएगी.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल ने मंगलवार को आबकारी विभाग के राजस्व को बढ़ाने को मंजूरी दी. विभाग के वार्षिक राजस्व में लगभग 14,000 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है.
हालांकि, बीयर और वाइन को एक्साइज ड्यूटी बढ़ोतरी से छूट दी गई है. बीयर में हार्ड लिकर की तुलना में अल्कोहल की मात्रा कम होती है और इसलिए इसे छूट दी गई है. शराब के मामले में राज्य की नीति का उद्देश्य उद्योग को बढ़ावा देना है.
महाराष्ट्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी को उत्पादन लागत के 3 गुना से बढ़ाकर 4.5 गुना कर दिया है. इसके चलते देशी शराब पर एक्साइज ड्यूटी 180 रुपये/प्रूफ लीटर से बढ़ाकर 205 रुपये/प्रूफ लीटर कर दी गई है. इस बदलाव का असर सभी कैटेगरी की शराब की कीमतों पर पड़ेगा.
फिलहाल 180 मिलीलीटर की देशी शराब के बोतल की कीमत 80 रुपये है. महाराष्ट्र में बनने वाली शराब की कीमत 148 रुपये और IMFL और प्रीमियम विदेशी ब्रांड्स की कीमत 205 रुपये से 360 रुपये के रेंज में हैं.