टाटा टेक्नोलॉजीज, BMW ने किया जॉइंट वेंचर, ऑटोमोटिव सॉफ्टवेयर पर रहेगा फोकस

एक बार दोनों कंपनियों के बीच JV की शर्तों को पूरा करने के बाद BMW नई कंपनी में 50% हिस्सेदारी रखेगी.

Source: NDTV Profit

टाटा टेक्नोलॉजीज (Tata Technologies) और BMW ग्रुप ने जर्मनी कार कंपनी के लिए ऑटोमोटिव सॉफ्टवेयर और IT सॉल्यूशंस डिलीवर करने के लिए जॉइंट वेंचर (Joint Venture) बनाया है. इंजीनियरिंग रिसर्च और डेवलपमेंट कंपनी शुरुआत में जॉइंट वेंचर को पूरे मालिकाना हक वाली सब्सिडियरी के तौर पर शुरू करेगी. मंगलवार को दायर की गई एक एक्सचेंज फाइलिंग में ये कहा गया है.

एक बार दोनों कंपनियों के बीच JV की शर्तों को पूरा करने के बाद BMW नई कंपनी में 50% हिस्सेदारी रखेगी. कंपनी फिर BMW ग्रुप के सॉफ्टवेयर और IT हब के ग्लोबल नेटवर्क का हिस्सा बन जाएगी.

समझौते के तहत क्या होगा?

जॉइंट वेंचर से BMW ग्रुप को इंजीनियरिंग प्रीमियम प्रोडक्ट्स में मदद मिलेगी. इसका फोकस ऑटोमेटिव सॉफ्टवेयर की डिलीवरी पर रहेगा. इनमें उसके प्रीमियम व्हीकल्स के लिए सॉफ्टवेयर डिफाइंड व्हीकल सॉल्यूशंस और उसके IT कारोबार के लिए डिजिटल ट्रांसफोर्मेशन सॉल्यूशंस शामिल होंगे.

टाटा टेक्नोलॉजीज ने समझौते पर क्या कहा?

टाटा टेक्नोलॉजीज के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर वॉरेन हैरिस ने कहा कि BMW ग्रुप के साथ हमारी साझेदारी दुनियाभर के ग्राहकों को ऑटोमैटिव सॉफ्टवेयर और डिजिटल इंजीनियरिंग में टॉप टीयर सॉल्यूशंस उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता दिखाता है. उन्होंने कहा कि बेहतर दुनिया बनाने के हमारे विजन के मुताबिक हम अपनी निपुणता को आगे लाने के लिए उत्सुक हैं.

जॉइंट वेंचर की शुरुआत से टाटा टेक्नोलॉजीज प्रोफेशनल्स ऑटो सॉफ्टवेयर प्रोजेक्ट्स के लिए मजबूत और जल्द योगदान मिलेंगे. वेंचर पुणे, बेंगलुरू और चेन्नई में ऑटोमेटिव सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट हब शुरू करेगा.

BMW ग्रुप के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट Alexander Buresch ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय डेवऑप्स हब का विस्तार BMW ग्रुप के लिए सफल मॉडल रहा है. हमें टाटा टेक्नोलॉजीज में एक मजबूत और मूल्यवान टेक्नोलॉजी पार्टनर मिला है. हम भारत में अपनी मौजूदगी का विस्तार कर रहे हैं.

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