ट्रक चालकों की देशव्यापी अनिश्चिकालीन हड़ताल चौथे दिन भी जारी है. अभी तक तीन दिनों में हड़ताल का मिला-जुला असर दिखा है. ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) ने डीजल को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर इस हड़ताल का आह्वान किया है.
विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार, मुंबई में इस हड़ताल का सर्वाधिक असर रहा. हालांकि दिल्ली समेत देश के अन्य हिस्सों में इसका मामूली असर दिखा. एआईएमटीसी के की केंद्रीय समिति के अध्यक्ष बाल मलकीत सिंह ने कहा , ‘‘ दूसरे दिन देश भर में चक्का जाम और गहरा हुआ है. जगह जगह से हड़ताल के अच्छे असर की खबरें मिली. सभी राज्यों , जिलाओं और तालुका स्तर के संगठनों और उनके सदस्यों ने इस आंदोलन को समर्थन दिया है. ’’
उन्होंने कहा कि उद्योग जगत पर इसका असर दिखने लगा है. उन्होंने कहा कि इसके चलते अब तक चार हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. सिंह ने दावा किया , ‘‘ हमारे पास देशभर से खबरें हैं कि दिल्ली - एनसीआर , महाराष्ट्र , गुजरात , पूरा दक्षिण भारत , उत्तराखंड , मध्यप्रदेश , राजस्थान , छत्तीसगढ़ , ओडिशा , चंडीगढ़ , उत्तर प्रदेश , पंजाब , हरियाणा , हिमाचल प्रदेश , पश्चिम बंगाल , बिहार , झारखंड , छत्तीसगढ़ और जम्मू कश्मीर में परिचालन पूरी तरह रूका हुआ है.’’ संगठन का दावा है किया कि उससे करीब 93 लाख ट्रक चालक जुड़े हुए हैं. हालांकि इंडियन फाउंडेशन ऑफ ट्रांसपोर्ट रिसर्च एंड ट्रेनिंग ने कहा कि दिल्ली समेत देश भर में हड़ताल का आंशिक असर हुआ है.