क्या खतरे में है Zee के साथ मर्जर डील? सोनी ने कहा- सुभाष चंद्रा, गोयनका पर आरोप गंभीर, मामले पर हमारी नजर

12 जून को SEBI ने सुभाष चंद्रा और पुनीत गोयनका पर किसी भी लिस्टेड कंपनी के बोर्ड में शामिल होने पर रोक लगा दी थी.

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क्या सोनी और Zee एंटरटेनमेंट के बीच होने वाली मर्जर डील पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं. ये सवाल इसलिए क्योंकि सोनी कॉर्प (Sony Corp.) अब जी एंटरटेनमेंट (Zee Entertainment) पर हुई कानूनी कार्रवाई पर नजर रख रहा है.

'सुभाष चंद्रा, गोयनका पर आरोप गंभीर'

सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेंट की ओर से बुधवार को जारी एक बयान के मुताबिक - 'एस्सेल ग्रुप के चेयरमैन सुभाष चंद्रा और जी एंटरटेनमेंट के CEO पुनीत गोयनका पर मार्केट रेगुलेटर SEBI की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों के आदेश को हम बहुत गंभीरता से ले रहे हैं.'

सोनी ने मामले पर क्या कहा?

सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेंट के प्रवक्ता ने कहा, 'सुभाष चंद्रा और पुनीत गोयनका के खिलाफ SEBI के अंतरिम आदेश के बाद मीडिया के एक हिस्से में Zee और सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया (SPNI) के विलय के भविष्य को लेकर कई भ्रामक प्रेस रिपोर्ट आई हैं.'

प्रवक्ता ने आगे कहा, 'हम SEBI के आदेश को बहुत गंभीरता से लेते हैं और आगे इन घटनाक्रमों पर नजर बनाए रखेंगे, जो हमारी डील पर असर डाल सकते हैं.'

12 जून को SEBI ने सुभाष चंद्रा और पुनीत गोयनका पर किसी भी लिस्टेड कंपनी के बोर्ड में डायरेक्टर या फिर कोई भी प्रमुख मैनेजेरियल पद लेने पर रोक लगा दी थी.

SEBI ने अपने आदेश में कहा था कि दोनों ने एक कंपनी में डॉयरेक्टर या अहम पद पर रहने का गलत फायदा उठाया और खुद के मुनाफे के लिए फंड की हेराफेरी की. इस आदेश के खिलाफ सुभाष चंद्रा और पुनीत गोयनका ने अपील दायर की है.

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