PhonePe के साथ डील फेल होने के बाद ZestMoney में बड़ा बदलाव, फाउंडर्स का इस्तीफा

जेस्टमनी के तीन को-फाउंडर और मुख्य एग्जीक्यूटिव्स ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है. इससे कुछ महीने पहले ही फोन पे के साथ उसकी डील फेल हो गई थी.

Source: Company Website

जेस्टमनी (ZestMoney) के तीन को-फाउंडर और मुख्य एग्जीक्यूटिव्स ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इससे कुछ महीने पहले ही फोन पे (PhonePe) के साथ उसकी डील फेल हो गई थी. कंपनी की चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर और को-फाउंडर Lizzie Chapman ने लिंक्डिन पर एक पोस्ट में कहा कि करीब 8 साल पहले, प्रिया शर्मा, आशीष अनंतरामन और मैंने लोगों के लिए जिंदगी को किफायती बनाने के सपने के साथ जेस्टमनी की शुरुआत की थी.

प्रिया शर्मा, कंपनी की चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर थीं. जबकि, अनंतरामन चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर थे. उन्होंने बताया कि फाउंडर्स कंपनी में बड़े शेयरधारक बने रहेंगे.

अब ये लोग संभालेंगे कंपनी की कमान

Chapman ने कहा कि नेतृत्व की कमान अब कंपनी में वाइस प्रेजिडेंट ऑफ फाइनेंस मोहित छजर, चीफ बैंकिंग ऑफिसर मंदार सतपुते और सीनियर वाइस प्रेजिडेंट एंड हेड ऑफ ग्रोथ अभिषेक शर्मा को सौंप दी जाएगी. उन्होंने कहा कि वे सभी हमारे साथ सफर में लंबे समय से रहे हैं. उन्होंने कंपनी को खड़ा करने और उसे देश की सबसे बड़ी डिजिटल लेंडिंग फ्रैंचाइजी बनने में मदद की है.

कंपनी की CEO ने आगे कहा कि हम सभी को जेस्टमनी की क्षमता और 175 बेहतरीन 'Zesties' पर 100% विश्वास है, जो कंपनी के आगे मौजूद बड़े अवसरों के लिए पूरी तरह तैयार हैं.

क्या था पूरा मामला?

सोमवार को एक ट्वीट में, फोन पे के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिस समीर निगम ने कहा था कि उनकी कंपनी ने जेस्टमनी के किसी भी एसेट्स या नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी के कारोबारों को टेकओवर नहीं किया है. और उसने अलग से करीब 130 कर्मचारियों को नौकरी पर रखा है, क्योंकि कंपनी को डाउनसाइज करने की जरूरत है.

गोल्डमैन सैक्स और PayU समर्थित जेस्टमनी के लिए मुश्किलें करीब दो महीने पहले शुरू हुईं थीं. उस समय फोन पे ने कंपनी का अधिग्रहण करने से इनकार कर दिया था. क्योंकि वो उसके मापदंडों को पूरा नहीं कर सकी थी. अप्रैल में, जेस्टमनी ने अपनी वर्कफोर्स में से करीब 20% हिस्से या 100 कर्मचारियों की छंटनी की थी. ये कदम उसने कंपनी के कारोबार को जारी रखने और सर्वाइवल प्लान के तहत उठाया था.