Zomato Vs Swiggy: बर्नस्टीन (Bernstein) ने कहा कि जोमैटो मुनाफे के मामले में स्विगी से आगे है. मार्च 2024 में जोमैटो का क्विक कॉमर्स बिजनेस स्विगी से आगे निकल गया है. ब्रोकरेज फर्म ने दोनों फूड डिलीवरी बिजनेस की हालिया अर्निंग्स की तुलना की. CLSA ने बुधवार को कहा कि जोमैटो क्विक कॉमर्स के मामले में स्विगी से थोड़ी आगे है.
बर्नस्टीन ने जोमैटो के लिए आउटपरफॉर्म रेटिंग रखी है. उसने शेयर के लिए 335 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है. ब्रोकरेज अभी स्विगी की कवरेज नहीं कर रहा है.
किस कंपनी का मार्केट शेयर ज्यादा?
जोमैटो का मार्केट शेयर 57.6% और स्विगी का 42% है. मजबूती से चीजों को लागू करना और ज्यादा पहुंच ने जोमैटो को स्विगी को मार्केट शेयर के मामले में पीछे करने में मदद की है.
जोमैटो के मंथली ट्रांजैक्शनल यूजर्स स्विगी से 41% ज्यादा हैं. बर्नस्टीन ने कहा कि स्विगी में ऑर्डर फ्रिक्वेंसी ज्यादा है. स्विगी का कंट्रीब्यूशन मार्जिन 100 बेसिस पॉइंट्स कम है. जोमैटो का एडजस्टेड EBITDA मार्जिन 3.5%, जबकि स्विगी का 1.6% है.
उसके मुताबिक जोमैटो की भारत में ज्यादा मजबूत मौजूदगी है और ये 800 शहरों में है. स्विगी की 685 शहरों में मौजूदगी है.
क्विक कॉमर्स के मामले में ब्लिंकिट का 64% मार्केट शेयर है. इसकी तुलना में इंस्टामार्ट का मार्केट शेयर 36% है. ब्लिंकिट की औसत ऑर्डर वैल्यू इंस्टामार्ट से 28% ज्यादा है. बर्नस्टीन ने कहा कि इसके पीछे वजह राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में उसकी मौजूदगी और ज्यादा नॉन-ग्रॉसरी मिक्स है. जोमैटो के डार्क स्टोर्स की संख्या 791 है, जबकि इंस्टामार्ट की 609 है.
जोमैटो की रेस्टोरेंट पार्टनर्स के मामले में बेहतर स्थिति
बर्नस्टीन के मुताबिक स्विगी के लिए एडजस्टेड EBITDA लॉस 10.6% है. जबकि जोमैटो की क्विक कॉमर्स विंग ब्लिंकिट का -0.1 है. ब्रोकरेज ने कहा कि जोमैटो की रेस्टोरेंट पार्टनर्स के मामले में अच्छी स्थिति में है.
ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि Q2FY25 तक जोमैटो में औसत मंथली रेस्टोरेंट पार्टनर्स की संख्या 2,92,000 है. जबकि स्विगी में इसकी संख्या 2,33,000 है. रेस्टोरेंट अच्छी ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू भी जनरेट करते हैं. जोमैटो GOV में 1.33 मिलियन रुपये और स्विगी 1.23 मिलियन रुपये को जनरेट करती है.