अदाणी ग्रीन के खावड़ा प्लांट से शुरू हुआ 250 MW की विंड एनर्जी का उत्पादन; पार्क की कुल कैपेसिटी बढ़कर 2,250 MW पहुंची

इस डेवलपमेंट के साथ AGEL का पोर्टफोलियो अब 11,184 MW का हो गया है, जो भारत में सबसे ज्यादा है.

Source: Twitter/adanigreen

अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) ने खावड़ा रिन्युएबल एनर्जी पार्क (Khavda Renewable Energy Park) में 250 MW की विंड एनर्जी कैपेसिटी को ऑपरेशनलाइज कर लिया है. 30,000 MW कैपेसिटी के साथ खावड़ा दुनिया का सबसे बड़ा रिन्युएबल एनर्जी पार्क है.

अब खावड़ा पार्क में कुल 2,250 MW कैपेसिटी ऑपरेशनलाइज हो चुकी है. इस तरह AGEL का पोर्टफोलियो अब 11,184 MW का हो गया है, जो भारत में सबसे ज्यादा है.

बता दें भारत की 24 घंटे रिन्युएबल एनर्जी उपलब्ध कराने की कोशिशों में विंड एनर्जी का अहम हिस्सा है. दिन में सोलर पावर और रात में विंड एनर्जी का उपयोग कर इसे सुनिश्चित किया जा सकता है. इसके अलावा विंड एनर्जी ग्रिड बैलेंसिंग में भी योगदान देती है, इससे ऊर्जा स्त्रोतों में विविधता आती है.

खावड़ा में विंड एनर्जी के लिए जबरदस्त संसाधन उपलब्ध है. यहां 8 मीटर/सेकंड की गति से हवा चलती है, इसलिए ये विंड एनर्जी जेनरेट करने के लिए एक शानदार जगह है.

दुनिया के सबसे ताकतवर टरबाइन्स की तैनाती

खावड़ा रिन्युएबल एनर्जी प्लांट में दुनिया के सबसे बड़े और सबसे ताकतवर ऑनशोर विंड टरबाइन जेनरेटर्स (WTG) में से एक; 5.2 MW की क्षमता के 2 जेनरेटर्स लगे हुए हैं.

5.2 MW टरबाइन में रोटर का व्यास (डायमीटर) 160 मीटर है, जबकि इसकी टिप हाईट 200 मीटर है, जो दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति 'स्टेच्यू ऑफ यूनिटी' के बराबर है. ये WTGs सुपीरियर जर्मन टेक्नोलॉजी की मदद से बनाए हुए हैं.

इन्हें मुंद्रा पोर्ट के पास स्थित अदाणी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड (ANIL) में मैन्युफैक्चर किया गया है. ये AGEL की स्वदेशी सप्लाई चेन का निर्माण करने और मेक इन इंडिया के विजन को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता को दोहराता है.

मुंबई शहर के बराबर है खावड़ा RE पार्क

अपने स्ट्रैटेजिक वेंडर्स इकोसिस्टम के साथ AGEL दुनिया के सबसे बड़े रिन्युएबल एनर्जी प्रोजेक्ट पर काम कर रही है. ये 538 वर्ग किलोमीटर में फैला है, जो मूल पेरिस शहर से 5 गुना बड़ा और मुंबई शहर के एरिया के बराबर है.

इस क्षेत्र में 2060 kWh/m² का हाई सोलर रेडिएशन और 8 मीटर/सेकंड की विंड स्पीड होती है. इससे ये रिन्युएबल एनर्जी के लिए एक बेहतर जमीन बनती है. यहां पार्क विकसित करने के लिए अदाणी ग्रीन ने ESIA, ESDD से जुड़ी गहन रिसर्च की.

पार्क बनाने के लिए किया गया जोरदार इंफ्रा डेवलपमेंट

इसके बाद पार्क बनाने के लिए 100 किलोमीटर से ज्यादा सड़क, 50 किलोमीटर का ड्रेनेज, डिसलाइनेशन 3 RO (रिवर्स ओसमोसिस) प्लांट लगाए गए, जिनकी कुल क्षमता 70 क्यूबिक मीटर/घंटा है, जिससे प्रोजेक्ट स्टाफ के पीने के पानी की व्यवस्था की जा सके.

साथ ही 180 किलोमीटर की फाइबर केबल्स भी डाली गईं और बड़ी संख्या में पेड़ लगाए गए. 8000 कर्मचारियों के रहने के लिए एक टाउनशिप भी बनाई गई.

आज AGEL ने खावड़ा की बंजर जमीन को क्लीन और अफॉर्डेबल एनर्जी हब के तौर पर बदल दिया है. खावड़ा RE पार्क से मिलने वाली ऊर्जा से हर साल 1 करोड़ 61 लाख घरों को ऊर्जा की आपूर्ति की जा सकती है.

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