देश का प्याज़ बाहर भेजा जाता रहा और देश में प्याज़ की क़िल्लत बनी रही। एनडीटीवी इंडिया को मिला खाद्य मंत्रालय का नोट बताता है कि आज देश में प्याज़ का स्टॉक काफी कम है।
देश में इस समय सिर्फ 3−4 लाख मेट्रिक टन प्याज़ बचा है जो अपने−आप में ख़तरे की घंटी है। एनडीटीवी इंडिया को मिला खाद्य मंत्रालय का एक अहम नोट बताता है कि देश के 85−90 फ़ीसदी प्याज का स्टॉक ख़त्म हो चुका है। साल 2013 में 27.5 लाख मेट्रिक टन प्याज़ स्टॉक होने का अनुमान था लेकिन अगस्त तक सिर्फ 3−4 लाख मेट्रिक टन प्याज़ ही बचा है जबकि इसी दौर में क़रीब सात लाख टन प्याज़ देश से बाहर चला गया।
ज़ाहिर है सरकार ने निर्यात रोकने की कोशिश नहीं की जिसका यह नतीजा है। अब खाद्य मंत्री दावा कर रहे हैं कि 15 दिन में प्याज़ के दाम कम हो जाएंगे।
दिल्ली और आसपास के इलाकों के रीटेल बाजार में इसकी कीमत 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है, इसकी वजह नासिक से आने वाली प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी बताई जा रही है।
खाद्य मंत्री केवी थॉमस ने एनडीटीवी से कहा है कि दिल्ली में प्याज की कीमत अभी 80 रुपये किलो है, दो हफ्तों में प्याज कीमतों में कमी आएगी।
बताया जा रहा है कि नासिक की मंडियों में प्याज प्रति किलो करीब 60 रुपये किलो तक के भाव पर पहुंच गया है। दिल्ली की मंडियों में यही प्याज 70 रुपये, वहीं मुंबई की मंडियों में करीब 65 रुपये किलो बिक रहा है।
आम आदमी तक पहुंचते पहुंचते इसकी कीमत 80 रुपये तक हो जा रही है। प्याज के साथ खाने-पीने की दूसरी चीजों की कीमतों में भी इजाफा देखा जा रहा है, जिसका असर महंगाई दर पर भी दिखाई दे रहा है।
प्याज के दाम अगस्त के महीने में 244 फीसदी तक बढ़े हैं। वहीं सब्जियां 78 फीसदी तक महंगी हो गई हैं। थोक महंगाई दर मे साफ झलक रहा है। महंगाई दर भी 6 महीनों में सबसे ज्यादा 6.1 फ़ीसदी हो गई है, जो यह बताता है कि महंगाई की मार कितनी तेज हो गई है।