मुद्रास्फीति में वृद्धि के रुख के चलते भारतीय रिजर्व बैंक की अगले हफ्ते होने वाली अपनी मौद्रिक समीक्षा बैठक में नीतिगत दरों में किसी तरह के बदलाव की संभावना नहीं है. मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है. वैश्विक वित्तीय सेवा कंपनी मॉर्गन स्टेनली ने कहा कि केंद्रीय बैंक के नीतिगत दरों को अपरिवर्तित रखने की उम्मीद है जबकि वह अपनी तटस्थ मौद्रिक नीति पर कायम रहेगा.
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अगस्त में रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति जोखिम में कमी का उदाहरण देते हुए रेपो दर में 0.25% की कटौती कर इसे 6% किया था. यह पिछले 10 महीनों में की गई पहली कटौती थी और इससे नीतिगत दर सात साल के निचले स्तर पर आ गई थी.
मॉर्गन स्टेनली ने अपनी शोध रिपोर्ट में कहा है कि हमें उम्मीद है कि रिजर्व बैंक आगामी बैठक में ब्याज दरों को स्थिर रखेगा क्योंकि आने वाले दिनों में मुद्रास्फीति बढ़ रही है. आगे इसके और बढ़ने की संभावना है जिसके चलते इसमें राहत की आगे कम उम्मीद होगी और इसलिए रिजर्व बैंक नीतिगत दरों को अपरिवर्तित रख सकता है.
इनपुट : भाषा