दिल्ली-NCR और बेंगलुरु में 29% बढ़ गई घरों की कीमतें; मुंबई, पुणे और चेन्नई में कितने महंगे हुए मकान?

घरों की कीमतें पिछले साल की तीसरी तिमाही में 6,800 रुपये/स्क्वायर फीट से बढ़कर 2024 की तीसरी तिमाही में 8,390 रुपये/स्क्वायर फीट हो गई हैं.

दिल्‍ली में CP के पास का दृश्‍य

इस साल जुलाई से सितंबर के बीच दिल्ली-NCR से लेकर मुंबई (MMR) तक, देश के टॉप 7 शहरों में घरों की कीमतें सालाना आधार पर 23% बढ़ी हैं. हैदराबाद में सबसे ज्यादा कीमतें बढ़ी हैं. वहीं दिल्ली-NCR और बेंगलुरु में आवासीय कीमतों में 29% की बढ़ोतरी हुई है.

रियल एस्टेट कंसल्टेंट फर्म एनारॉक के आंकड़ों से ये जानकारी मिली है. एनारॉक के मुताबिक, निर्माण की लागत में बढ़ोतरी और लग्जरी घरों की सप्लाई बढ़ने के चलते आवास कीमतों में तेज उछाल आया है.

कहां कितनी बढ़ी कीमतें?

एनारॉक के आंकड़ों के अनुसार जुलाई से सितंबर के बीच,

  • दिल्ली-NCR में हाउसिंग प्राइसेज 29% बढ़कर 7,200 रुपये/स्क्वायर फीट हो गई, जो एक साल पहले 5,570 रुपये/स्क्वायर फीट थी.

  • बेंगलुरु में घरों की कीमतें 29% बढ़कर 8,100 रुपये/स्क्वायर फीट हो गईं, जो पिछले साल 6,275 रुपये/स्क्वायर फीट थीं.

  • हैदराबाद में कीमतों में सबसे अधिक 32% की बढ़ोतरी देखी गई, जो 5,400 रुपये/स्क्वायर फीट से बढ़कर 7,150 रुपये/स्क्वायर फीट हो गई.

  • मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) में एवरेज आवास कीमतें 13,150 रुपये/स्क्वायर फीट से 24% बढ़कर 16,300 रुपये हो गईं.

  • पुणे में घरों की कीमतें पिछले साल के 6,550 रुपये/स्क्वायर फीट की तुलना में करीब 16% बढ़कर 7,600 रुपये हो गईं.

  • चेन्नई में घरों की कीमतों में 16% की बढ़ोतरी देखी गई और ये पिछले साल के 5,770 रुपये/स्क्वायर फीट से बढ़कर 6,680 रुपये हो गईं.

  • कोलकाता में जुलाई-सितंबर में औसत आवास कीमतें 14% बढ़कर 5,700 रुपये/स्क्वायर फीट हो गई, जो एक साल पहले 5,000 रुपये/स्क्वायर फीट थीं.

जमीन की कीमतें बढ़ीं, महंगे हुए मकान

एनारॉक के मुताबिक, टॉप-7 शहरों में औसत आवासीय संपत्ति की कीमतें सामूहिक रूप से सालाना 23% बढ़ी हैं. घरों की कीमतें पिछले साल की तीसरी तिमाही में 6,800 रुपये/स्क्वायर फीट से बढ़कर 2024 की तीसरी तिमाही में 8,390 रुपये/स्क्वायर फीट हो गई हैं.

PTI की रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु स्थित रियल्टी फर्म वैष्णवी ग्रुप के निदेशक दर्शन गोविंदराजू ने कहा, 'आवासीय संपत्ति की औसत कीमतों में पिछली कुछ तिमाहियों से बढ़ोतरी हो रही है. इसकी वजह कुल उत्पादन लागत में बढ़ोतरी है. इसमें जमीन अधिग्रहण की लागत और निर्माण लागत शामिल हैं. इसके अलावा लग्जरी यानी महंगे घरों की मांग बढ़ने से भी आवास कीमतों में उछाल देखने को मिला है.'

घरों के दाम बढ़े पर बिक्री घटी

एनारॉक के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई-सितंबर में घरों की बिक्री 11% घटकर 1,07,060 यूनिट्स रह गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 1,20,290 यूनिट्स थी.

शीर्ष सात शहरों में नए घरों की आपूर्ति में 19% की गिरावट देखी गई. जुलाई-सितंबर, नए घरों की पेशकश 93,750 यूनिट्स रही, जो 2023 में इसी अवधि में 1,16,220 यूनिट्स थी.

एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, 'नए मकानों की पेशकश की तुलना में बिक्री अधिक होना ये दर्शाता है कि मांग-आपूर्ति का समीकरण मजबूत बना हुआ है.'

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