साल 2024 के 9 महीनों में यानी जनवरी से सितंबर के बीच देश में घरों की बिक्री ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. JLL रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान कुल 2,29,908 यूनिट्स मकान बिके हैं. ये साल-दर-साल आधार पर 17% ज्यादा है, जबकि 2023 में पूरे 12 महीने के दौरान हुई टोटल सेल्स का 85% है.
रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी से सितंबर के दौरान ज्यादातर मकान मुंबई और बेंगलुरु में बेचे गए, जो टोटल सेल्स का 44% है.
रिपोर्ट कहती है कि देश में प्रीमियम और लग्जरी प्रोजेक्ट की मांग बढ़ी है. खासतौर से कोविड के दौर के बाद लोगों की लाइफस्टाइल बदली है और मकान खरीदने को लेकर उनकी प्राथमिकता भी. मांग में बदलाव के पीछे ये बड़ी वजह है.
किस सेगमेंट में कितनी बढ़ी सेल?
मिड सेगमेंट- 50 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये - 39%
अपर मिड सेगमेंट - 1 करोड़ रुपये से 3 करोड़ रुपये- 35%
प्रीमियम सेगमेंट- 3 करोड़ रुपये से 5 करोड़ रुपये- 107%
लग्जरी सेगमेंट - 5 करोड़ रुपये और उससे ज्यादा- 96%
जुलाई-सितंबर तिमाही में हाउसिंग सेल्स
साल 2024 की तीसरी तिमाही में कुल 74,987 यूनिट्स बिकीं, जो साल-दर-साल आधार पर 8% की मामूली ग्रोथ दर्शाती है. इस सेल्स में मुंबई, बेंगलुरु और दिल्ली-NCR की हिस्सेदारी लगभग 62% रही.
ये देखा गया कि तिमाही के दौरान बेची गई कुल परियोजनाओं में से 15% सेल, 3 करोड़ रुपये और उससे अधिक मूल्य के लग्जरी सेगमेंट की थीं, जो आलीशान घरों की बढ़ती मांग को दर्शाती हैं.
बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली-NCR, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई और पुणे में से, पुणे एकमात्र ऐसा शहर था, जहां वार्षिक आधार पर कुल हाउसिंग सेल्स में 9% की गिरावट देखी गई.
दूसरी ओर, दिल्ली-NCR, चेन्नई और हैदराबाद ने क्रमशः 41%, 40% और 14% के साथ क्रमिक आधार पर सबसे अधिक सेल्स ग्रोथ दर्ज की.
सितंबर तिमाही तक, सात शहरों में बिना बिके मकानों की संख्या में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में मामूली कमी आई है, क्योंकि लॉन्च प्रोजेक्ट की संख्या, सेल्स से ज्यादा रही.
हाउसिंग सेल्स का भविष्य उज्ज्वल
JLL रिसर्च ने 2024 में हाउसिंग सेल्स के लिए 'हेल्दी' आउटलुक का हवाला दिया, खासकर ये देखते हुए कि साल 2024 के पहले नौ महीनों में ही पूरे 2023 की सेल्स का करीब 85% हासिल हुआ.
फेस्टिव सीजन में खरीदारी में मजबूती देखते हुए रियल एस्टेट और इन्वेस्टमेंट कंपनी का अनुमान है कि साल 2024 में सेल्स साल 2023 की सेल्स से लगभग 12-15% ज्यादा होगी.
उन्हें उम्मीद है कि डेवलपर्स अच्छे, क्वालिटी वाले प्रोजेक्ट तैयार कर रहे हैं, जिससे डिमांड और बढ़ेगी. ये साल एक और ऐतिहासिक रिकॉर्ड के साथ खत्म होगा.
इसके अलावा, निकट से मध्यम अवधि में प्राइम लोकेशंस और ग्रोथ कॉरिडॉर में नेशनल और लोकल डेवलपर्स की ओर से प्रोजेक्ट्स की घोषणा, सेल्स को बढ़ावा देगी.