देश में दोपहिया गाड़ियों की बिक्री में गिरावट का सिलसिला जारी

देश में दोपहिया गाड़ियों की बिक्री में गिरावट का सिलसिला जारी है. फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन ने गाड़ियों की रिटेल बिक्री पर अपनी ताज़ा रिपोर्ट में कहा है कि अप्रैल 2023 में कुल गाड़ियों की बिक्री घट गई. सबसे ज्यादा गिरावट दोपहिया गाड़ियों के सेगमेंट में दर्ज़ की गई. इनकी बिक्री पिछले साल अप्रैल के मुकाबले इस साल अप्रैल में 7 प्रतिशत घट गई.

कोरोना महामारी के बाद से दो पहिया वाहन की बिक्री अभी भी कम है.

देश में दोपहिया गाड़ियों की बिक्री में गिरावट का सिलसिला जारी है. फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन ने गाड़ियों की रिटेल बिक्री पर अपनी ताज़ा रिपोर्ट में कहा है कि अप्रैल 2023 में कुल गाड़ियों की बिक्री घट गई. सबसे ज्यादा गिरावट दोपहिया गाड़ियों के सेगमेंट में दर्ज़ की गई. इनकी बिक्री पिछले साल अप्रैल के मुकाबले इस साल अप्रैल में 7 प्रतिशत घट गई. ऑटो डीलर्स मानते हैं कि अप्रैल में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि की वजह से ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सेंटीमेंट पर असर पड़ा है.

देश में गाड़ियों की कुल बिक्री पिछले साल अप्रैल के मुकाबले इस साल अप्रैल महीने में 4 प्रतिशत घट गई. फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन यानी FADA ने देश में गाड़ियों की रिटेल बिक्री पर अपनी ताज़ा रिपोर्ट में ये खुलासा किया है.

FADA के मुताबिक:

  • सबसे ज्यादा गिरावट दोपहिया गाड़ियों के सेगमेंट में दर्ज़ की गई है.
  • दोपहिया गाड़ियों की बिक्री पिछले साल अप्रैल के मुकाबले इस साल अप्रैल में 7 प्रतिशत घट गई.
  • एंट्री लेवल दोपहिया गाड़ियों की बिक्री प्री-कोविड अप्रैल, 2019 की तुलना में अप्रैल, 2023 में 19% नीचे रही.  
  • इसका कुल गाड़ियों की बिक्री में आई गिरावट में योगदान 12 प्रतिशत का रहा.

फाडा के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने एनडीटीवी से कहा, "अप्रैल में प्रतिकूल मौसम की स्थिति, बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि की वजह से कई राज्यों में फसल ख़राब हुई है. इससे किसानों की चिंता बढ़ी है. ये संभव है कि इसका असर एंट्री-लेवल टू-व्हीलर और पैसेंजर कार की बिक्री पर पड़ा."

पिछले आठ महीनों में पहली बार पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री में भी अप्रैल में 1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज़ की गई है.

ऑटोमोबाइल डीलर्स के मुताबिक 

  • बीएस IV की जगह  बीएस VI आने से एंट्री लेवल दोपहिया गाड़ियों की कीमत 38,000- 40,000 रुपये से बढ़कर 60,000 रुपये तक पहुंच गई है.
  • ऑटो लोन के महंगा होने से EMI बढ़ गई है
  • पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी ऊंचे स्तर पर बनी हुई है

फाडा ने जीएसटी काउंसिल से दुपहिया वाहनों के लिए जीएसटी दर को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत करने पर विचार करने का आग्रह किया है. ऑटो इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्लोबल रीइंश्योरेंस कंपनियों ने पिछले दिनों में 40 प्रतिशत से 60 प्रतिशत तक रेट बढ़ा दिए हैं. इसकी वजह से यात्री कारों, बाइक और कमर्शियल गाड़ियों के लिए बीमा खरीदने की प्रीमियम दरों में अगले कुछ महीनों में 10-15 प्रतिशत तक की वृद्धि होने की संभावना है.

जाहिर है कोरोना संकट के दौरान दोपहिया गाड़ियों की बिक्री में जो मंदी आई थी उसके असर से ऑटोमोबाइल सेक्टर को उबरने में अभी काफी वक्त लगेगा. 
 

लेखक NDTV Profit Desk
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