मुहूर्त कारोबार में रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुआ सेंसेक्स

मुहूर्त कारोबार में संवेदी सूचकांक 42.55 अंक बढ़कर 21,239.36 अंक के अब तक के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर बंद हुआ।

बंबई शेयर बाजार में नए हिन्दू संवत वर्ष 2070 की शुरुआत धमाकेदार रही। मुहूर्त कारोबार में संवेदी सूचकांक 42.55 अंक बढ़कर 21,239.36 अंक के अब तक के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर बंद हुआ।

सवा घंटे के विशेष मुहूर्त कारोबार में आज बंबई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक 21,278.08 अंक पर मजबूती के साथ खुला और कारोबार के दौरान और बढ़कर 21,321.53 अंक तक पहुंच गया। हालांकि, कारोबार की समाप्ति पर यह इस ऊंचाई को बरकरार नहीं रखा सका और शुक्रवार के मुकाबले 42.55 अंक बढ़कर 21,239.36 अंक पर बंद हुआ।

दिवाली के अवसर पर नए संवत वर्ष के लिये शाम 1815 से 1930 बजे के बीच विशेष मुहूर्त कारोबार रखा गया था।

पिछले चार कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 626.53 अंक की बढ़त दर्ज कर चुका है। आज भी कारोबार के दौरान एक समय यह 21,321.53 अंक तक पहुंच गया। पिछली दिवाली से लेकर इस दिवाली तक सेंसेक्स 2,526.47 अंक चढ़ा है।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में भी व्यापक आधार वाला एनएसई निफ्टी 10.15 अंक की तेजी के साथ 6,317.35 अंक पर बंद हुआ।

आज के कारोबार में ऑटो, धातु और स्वास्थ्य देखभाल बनाने वाली कंपनियों, तत्काल खपत के उपभोक्ता माल कंपनियों के शेयरों में बढ़त रही। 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक के 30 में 22 शेयरों में तेजी दर्ज हुई।

शेयर बाजार के कारोबारियों ने बताया कि कुछ निवेशकों के मुनाफावसूली शुरू करने से बाजार की शुरुआती तेजी कमजोर पड़ गई। नए संवत वर्ष के मुहूर्त कारोबार को निवेशक मुनाफे के साथ समाप्त करना चाहते थे इसलिए उन्होंने शुरुआती तेजी आने के बाद मुनाफावसूली की। निवेशकों ने प्रमुख ब्लूचिप कंपनियों के शेयरों के साथ-साथ कुछ मिड कैप शेयरों में भी पैसा लगाया। आज बंबई शेयर बाजार और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज बालीप्रतिपदा के उपलक्ष में बंद रहेंगे।

लेखक NDTV Profit Desk
जरूर पढ़ें
1 स्पेशल ट्रेडिंग सेशन में बाजार में रही हल्की बढ़त, लेकिन FIIs, DIIs ने की बिकवाली
2 10 Years Of PM Modi: 17 साल से अटके GST बिल को मोदी सरकार ने सत्ता में आते ही लागू किया
3 किर्गिस्तान में विदेशी छात्रों पर हो रहे हमले; भारतीय दूतावास ने जारी की एडवाइजरी
4 ICICI Bank के पूर्व चेयरमैन नारायणन वाघुल 88 साल की उम्र में निधन, कंपनी को बैंकिंग में लाने का जाता है श्रेय