बजट प्रस्तावों पर चिंता, वैश्विक स्तर पर बिकवाली से सेंसेक्स 310 अंक टूटा, निफ्टी 94 अंक नीचे

1 फरवरी को मोदी सरकार के वित्तमंत्री अरुण जेटली ने संसद में बजट पेश किया है. बजट पेश करने के अगले ही दिन शेयर बाजार में 800 अंकों तक की गिरावट आई थी और आज जब सोमवार को सुबह बाजार खुले तब भी बाजार में गिरावट का दौर जारी है. सुबह सेंसेक्स 35 हजार से नीचे चला गया था और फिर धीमे-धीमे और गिरने लगा. निफ्टी में भी सुबह से यही हाल दिखाई दे रहा है.

शेयर बाजार में गिरावट का दौर

1 फरवरी को मोदी सरकार के वित्तमंत्री अरुण जेटली ने संसद में बजट पेश किया है. बजट के कुछ प्रस्तावों को लेकर निवेशकों की चिंता तथा वैश्विक स्तर पर बिकवाली से शेयर बाजारों में गिरावट का सिलसिला सोमवार को लगातार पांचवें दिन जारी रहा तथा सेंसेक्स 310 अंक टूटकर 34,757.16 अंक के तीन सप्ताह के निचले स्तर पर आ गया. निफ्टी में भी 94 अंक की गिरावट आई और यह 10,667 अंक पर आ गया. पिछले सप्ताह बजट में सरकार ने शेयरों पर 10 प्रतिशत का पूंजीगत लाभ कर (कैपिटल गेन टैक्‍स) लगाने का प्रस्ताव किया है. इससे निवेशक चिंतित हैं. इसके अलावा राजकोषीय घाटे के लक्ष्य से चूकने से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई है. एक फरवरी को बजट पेश होने के बाद से सेंसेक्स तीन सत्रों में 1,208 अंक से अधिक नीचे आ चुका है. वहीं निफ्टी 361 अंक टूटा है. ब्रोकरों ने कहा कि निवेशकों ने रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा से पहले सतर्कता का रुख अपनाया हुआ है. उनका मानना है कि मुद्रास्फीति को लेकर बढ़ती चिंता की वजह से केंद्रीय बैंक रेपो दर बढ़ा सकता है.

वैश्विक स्तर पर एशियाई बाजारों में भी गिरावट आई, जबकि शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार भी नीचे चल रहे हालांकि, सरकार ने सोमवार को बजटीय प्रस्तावों लेकर चिंता को नजरअंदाज करते हुए कहा कि शेयरों में गिरावट वैश्विक बाजारों के रुख की वजह से है. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बांड प्राप्ति तथा कमजोर वैश्विक बाजारों से यहां बिकवाली का सिलसिला जारी है. बाजार की निगाह अब रिजर्व बैंक की आगामी मौद्रिक समीक्षा बैठक पर है. हालांकि अनुमान लगाया जा रहा है कि केंद्रीय बैंक ब्याज दरों के मोर्चे पर यथास्थिति कायम रखेगा, लेकिन सरकार की राजकोषीय नीतियों पर किसी तरह की टिप्पणी से बाजार में उतार-चढ़ाव बढ़ सकता है.’’

बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स पूरे दिन नकारात्मक दायरे में रहने के बाद 34,520.80 अंक के निचले स्तर तक गया. अंत में यह आंशिक रूप से सुधरा और 309.59 अंक या 0.88 प्रतिशत के नुकसान से 34,757.16 अंक पर बंद हुआ. इससे पहले 12 जनवरी को सेंसेक्स 34,592.39 अंक पर बंद हुआ था. पिछले चार सत्रों में सेंसेक्स 1,216.50 अंक गंवा चुका है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 94.05 अंक या 0.87 प्रतिशत के नुकसान से 10,666.55 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 10,586.80 से 10,702.75 अंक के दायरे में रहा. शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शुक्रवार को 950 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे. वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 508.78 करोड़ रुपये की बिकवाली की.

वैश्विक बाजारों में ब्रेंट कच्चा तेल 70 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा है. इससे भी यहां धारणा प्रभावित हुई. वृहद मोर्चे पर जनवरी में भारतीय सेवा क्षेत्र में विस्तार रहा है. एक मासिक सर्वे के अनुसार इसने पिछले तीन महीने की सबसे ऊंची वृद्धि दर्ज की है. सेंसेक्स की कंपनियों में एचडीएफसी लि., एलएंडटी, कोटक बैंक, इंडसइंड बैंक, बजाज ऑटो, अडाणी पोर्ट, ओएनजीसी, यस बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, टीसीएस, विप्रो, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एमएंडएम, एशियन पेंट, टाटा स्टील और इन्फोसिस में 4.06 प्रतिशत तक की गिरावट आई. वहीं इस रुख के उलट भारती एयरटेल का शेयर 4.20 प्रतिशत चढ़ गया. टाटा मोटर्स, पावर ग्रिड, आईटीसी लि., कोल इंडिया, मारुति सुजुकी, सनफार्मा, हीरो मोटोकार्प, एनटीपीसी, डॉ रेड्डीज, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एसबीआई भी लाभ में रहे. स्मॉलकैप 0.37 प्रतिशत तथा मिडकैप 0.09 प्रतिशत नीचे आया. एशियाई बाजारों में जापान का निक्की 2.55 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंट 1.09 प्रतिशत तथा शांगहाए कम्पोजिट 0.73 प्रतिशत नुकसान में रहा.


VIDEO: शेयर बाजार का रिकॉर्ड


 

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

लेखक Bhasha
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