निवेशकों को राहत, सात दिन की गिरावट के बाद सेंसेक्स 330 अंक चढ़ा

कंपनियों के तिमाही नतीजे बेहतर रहने की उम्मीद तथा एशियाई बाजारों में मजबूती से गुरुवार को शेयर बाजारों को भी राहत मिली. बंबई शेयर बाजार में सात दिन से जारी गिरावट के सिलसिले पर रोक लगी तथा सेंसेक्स 330 अंक की छलांग लगा गया. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी बढ़त के साथ बंद हुआ.

प्रतीकात्मक फोटो

कंपनियों के तिमाही नतीजे बेहतर रहने की उम्मीद तथा एशियाई बाजारों में मजबूती से गुरुवार को शेयर बाजारों को भी राहत मिली. बंबई शेयर बाजार में सात दिन से जारी गिरावट के सिलसिले पर रोक लगी तथा सेंसेक्स 330 अंक की छलांग लगा गया. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी बढ़त के साथ बंद हुआ. बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स घरेलू संस्थागत निवेशकों तथा खुदरा निवेशकों की लिवाली से ज्यादातर समय सकारात्मक दायरे में रहा. इसने 34,634.35 अंक का उच्चस्तर भी छुआ. हालांकि, कारोबार के अंतिम घंटे में मुनाफावसूली तथा यूरोपीय बाजारों के कमजोर रुख से यह कुछ नीचे आया. अंत में सेंसेक्स 330.45 अंक या 0.97 प्रतिशत की बढ़त से 34,413.16 अंक पर बंद हुआ. यह इसकी दो सप्ताह में एक दिन की सबसे बड़ी बढ़त है. पिछले सात सत्रों में सेंसेक्स 2,200.54 अंक टूटा है.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 100.15 अंक या 0.96 प्रतिशत की बढ़त के साथ 10,576.85 अंक पर पहुंच गया. कारोबार के दौरान यह 10,637.80 से 10,479.55 अंक के दायरे में रहा. हालिया गिरावट वाले बैंकिंग शेयरों के अलावा फार्मा और आईटी शेयरों में मूल्यवर्धन वाली लिवाली उभरने से बाजार में तेजी आई. इसके अलावा ब्रेंट क्रूड के छह सप्ताह के निचले स्तर 65.16 डॉलर प्रति बैरल पर आने से यहां धारणा मजबूत हुई. कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट भारत की दृष्टि से सकारात्मक है. भारत अपनी कच्चे तेल की ज्यादातर जरूरत आयात से पूरी करता है.

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा, ‘‘कंपनियों के तिमाही नतीजों को लेकर सकारात्मक रुख तथा एशियाई बाजारों में मजबूती से यहां धारणा को बल मिला. हालांकि, निवेशकों की निगाह वैश्विक उतार-चढ़ाव पर रहेगी. बैंक ऑफ यूरोप के दरों पर फैसले से पहले यूरोपीय बाजारों में उतार-चढ़ाव आ सकता है.’’

भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को अपनी मौद्रिक समीक्षा में अगले वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था. वित्त वर्ष की छठी और आखिरी मौद्रिक समीक्षा में केंद्रीय बैंक ने नीतिगत दरों में बदलाव नहीं किया है. इस बीच, शेयर बाजारों से प्राप्त अस्थायी आंकड़ों के अनुसार कल घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 461.19 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जबकि विदेशी कोषों ने 1,022.50 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. सेंसेक्स की कंपनियों में सनफार्मा का शेयर 6.32 प्रतिशत चढ़ गया. डॉ. रेड्डीज में 3.18 प्रतिशत का लाभ रहा.

अन्य कंपनियों में एसबीआई, इन्फोसिस, एक्सिस बैंक, टाटा स्टील, एचडीएफसी लि., हिंदुस्तान यूनिलीवर, कोटक बैंक, मारुति सुजुकी, एलएंडटी, रिलायंस, एमएंडएम, कोल इंडिया, बजाज आटो, आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, यस बैंक, एचडीएफसी बैंक, टीसीएस, हीरो मोटोकार्प, एशियन पेंट और विप्रो के शेयर 2.97 प्रतिशत तक चढ़ गए. सिप्ला का तिमाही लाभ कल तीसरी तिमाही में सात प्रतिशत बढ़कर 401 करोड़ रुपये रहा है. इससे कंपनी का शेयर 7.83 प्रतिशत के लाभ में रहा.

वहीं दूसरी ओर पावर ग्रिड, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, ओएनजीसी, अडाणी पोर्ट, आईटीसी लि. और भारती एयरटेल के शेयरों में गिरावट रही. एशियाई बाजारों में जापान का निक्की 1.13 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 0.42 प्रतिशत चढ़ गया. चीन के शांगहाए कम्पोजिट में 1.43 प्रतिशत का नुकसान रहा. शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार नीचे चल रहे थे.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

लेखक Bhasha