सरकार की सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) स्कीम का सातवां चरण आज से : उठाएं फायदा, जानें जरूरी बातें

यदि आप सोने में निवेश करना चाहते हैं लेकिन फिजिकल गोल्ड (भौतिक गोल्ड जैसे सिक्का, जूलरी, गोल्ड बार) में इन्वेस्ट करने से बच रहे हैं तो आज यानी 27 फरवरी से शुरू हो रही सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड ( Sovereign Gold Bond) का लाभ ले सकते हैं. 27 फरवरी यानी आज से 3 मार्च 2017 तक इसके लिए आवेदन स्वीकार किए जा सकते हैं. बॉन्ड पेपर आवेदनकर्ताओं को 17 मार्च 2017 को जारी किये जाएंगे.

सरकार की सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) का सातवां चरण आज से (प्रतीकात्मक फोटो)

यदि आप सोने में निवेश करना चाहते हैं लेकिन  फिजिकल गोल्ड (भौतिक गोल्ड जैसे सिक्का, जूलरी, गोल्ड बार) में इन्वेस्ट करने से बच रहे हैं तो आज यानी 27 फरवरी से शुरू हो रही सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड ( Sovereign Gold Bond) का लाभ ले सकते हैं. 27 फरवरी यानी आज से 3 मार्च 2017 तक इसके लिए आवेदन स्वीकार किए जा सकते हैं. बॉन्ड पेपर आवेदनकर्ताओं को 17 मार्च 2017 को जारी किये जाएंगे.

चालू वित्त वर्ष (2016-17) की यह अंतिम पेशकश है. सरकार ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के साथ विचार-विमर्श करके सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्ड्स 2016-17 सीरीज 4 शुरू करने की घोषणा की है. देश में सोने के आयात को कम करने और चालू खाता घाटे पर काबू पाने के लिए अक्टूबर 2015 में इस स्कीम की घोषणा की गई थी.  एसजीबी के तहत आप अधिक से अधिक 500 ग्राम और कम से कम 1 ग्राम सोने के मूल्य तक के बॉन्ड खरीद सकते हैं. बॉन्ड  बैंक, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लि. (SHCIL), मनोनीत डाकघरों और मान्यता प्राप्त शेयर बाजारों एनएसई और बीएसई के जरिए बेचे जाने हैं. बॉन्ड की मियाद आठ साल है. इसमें पांचवें साल से ब्याज भुगतान की तारीख को इससे बाहर निकलने का विकल्प उपलब्ध है. (इन गोल्ड बॉन्स से जुड़ी कुछ खास बातें यहां क्लिक करके जानें)

गोल्ड बॉन्ड खरीदते वक्त संबंधित दस्तावेज साथ ले जाना न भूलें...
पहचान के लिए दस्तावेजों जैसे कि आधार कार्ड या PAN या TAN (टैक्स डिडक्शन ऐंड कलेक्शन अकाउंट) या पासपोर्ट या वोटर आईडी कार्ड अपने पास रखें. जारी करने वाले बैंक या डाक घर या फिर एजेंट, जिसके मार्फत भी यह खरीददारी करेंगे, द्वारा केवाईसी किया जाएगा.

ब्याज की दर क्या होती है और ब्याज भुगतान कैसे किया जाएगा?
प्रारंभिक निवेश की राशि पर प्रतिवर्ष 2.75 प्रतिशत (फिक्स्ड दर) के अनुसार, बॉन्ड पर ब्याज का भार होता है. ब्याज निवेशक के बैंक खाते में हाफ-ईयरली जमा किया जाएगा और अंतिम ब्याज मूलधन के साथ परिपक्वता पर देय होगा.

कौन खरीद सकता है, कौन नहीं...
यहां ध्यान दें कि भारत में रह रहा शख्स ही एसजीबी में निवेश करने के लिए पात्रता रखते हैं. एचयूएफ, ट्रस्ट, यूनिवर्सिटीज़, धर्मार्थ संस्थाएं आदि निवेश कर सकते हैं. हां, एक खास बात यह है कि एसजीबी की जॉइंट होल्डिंग की अनुमति दी जाती है.साथ ही, अल्पवयस्क (नाबालिग) की ओर से अभिभावक द्वारा आवेदन किया जा सकता है.

लेखक NDTV Profit Desk
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