अगले महीने तक नहीं होंगी स्पाइसजेट की उड़ानें

मौजूदा वित्तीय संकट से बाहर निकलने के लिए पूंजी मिलने का इंतजार कर रही स्पाइसजेट ने उड़ानों को अगले महीने तक रोके रखने का फैसला किया है, जिससे उसकी 300 से अधिक उड़ानें प्रभावित होंगी।

फाइल फोटो

मौजूदा वित्तीय संकट से बाहर निकलने के लिए पूंजी मिलने का इंतजार कर रही स्पाइसजेट ने उड़ानों को अगले महीने तक रोके रखने का फैसला किया है, जिससे उसकी 300 से अधिक उड़ानें प्रभावित होंगी। वहीं सरकार ने आज साफ किया कि स्पाइसजेट को खुद अपनी वित्तीय समस्याएं हल करनी होंगी। इससे पहले, कंपनी ने 31 दिसंबर, 2014 तक के लिए 1,800 से अधिक उड़ानें निरस्त करने की घोषणा की थी। इस बीच, भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) बुधवार की मध्यरात्रि से स्पाइसजेट के लिए पहले भुगतान करो का तरीका अपना सकता है, क्योंकि दो सप्ताह के लिए 'ऋण खिड़की' की समयसीमा कल समाप्त हो रही है।

विमानन कंपनी की वेबसाइट पर नवीनतम अद्यतन के मुताबिक, 31 जनवरी, 2015 तक 300 से अधिक उड़ानें निरस्त की गई हैं, जिनमें ज्यादातर घरेलू उड़ानें और कुछ नेपाल व अफगानिस्तान की उड़ानें शामिल हैं। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, अगर हमें 15 दिन की भुगतान सुविधा पर सरकार से कल तक कोई आदेश नहीं मिलता है तो स्पाइसजेट को एक जनवरी से पहले भुगतान करो का तरीका अपनाना होगा। अधिकारी ने कहा है कि एयरलाइन को विभिन्न सरकारी हवाईअड्डों पर गुरुवार से 'पार्किंग' और 'लैंडिंग' सुविधा के लिए एएआई बकाये के लिए बैंक गारंटी देनी होगी। एएआई का स्पाइसजेट पर 200 करोड़ रुपये बकाया हैं।

इस बीच, नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू ने कहा, कि संकटग्रस्त विमानन कंपनी स्पाइसजेट को खुद अपनी वित्तीय समस्याएं हल करनी होंगी और सरकार केवल प्रक्रिया में मदद कर सकती है। नागर विमानन नीति के मसौद पर चर्चा के लिए राज्य के विमानन मंत्रियों की बैठक के दौरान उन्होंने संवाददाताओं को बताया, सरकार मदद करने के लिए है, लेकिन स्पाइसजेट की समस्या वित्तीय है और इसे कंपनी को खुद ही हल करना होगा।

लेखक NDTV Profit Desk
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