SpiceJet का शेयर करीब 10% तक लुढ़का, DGCA की कार्रवाई के बाद 52 हफ्तों के निचले स्तर पर

DGCA ने बुधवार को कंपनी को अगले आठ हफ्तों तक गर्मियों के लिए स्वीकृत उड़ानों में से अधिकतम 50 फीसदी के संचालन का आदेश दिया था.

DGCA के एक्शन के बाद SpiceJet के शेयर प्राइस गिरे. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

विमानन कंपनी स्पाइसजेट का शेयर (SpiceJet Share Price) बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार में करीब 10 फीसदी टूट गया. विमानन क्षेत्र के नियामक नागर विमानन महानिदेशालय ने बुधवार को कंपनी को अगले आठ हफ्तों तक गर्मियों के लिए स्वीकृत उड़ानों में से अधिकतम 50 फीसदी के संचालन का आदेश दिया था. बीएसई पर कंपनी का शेयर 9.66 फीसदी गिरकर 52 हफ्ते के निचले स्तर 34.60 रुपये प्रति शेयर पर आया था. दोपहर 12.45 पर कंपनी के शेयर में 1.95 अंकों या 5.09% की गिरावट आ गई थी. और इसकी कीमत 36.35 रुपये प्रति शेयर पर चल रही थी. कंपनी के शेयर में गिरावट ऐसे समय हुई जब घरेलू शेयर बाजार में तेजी का रूख है.

डीजीसीए ने कहा था कि इन आठ हफ्तों के दौरान बजट एयरलाइन पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी. कंपनी ने बृहस्पतिवार को एक बयान जारी करके कहा कि वह नागर विमानन महानिदेशालय द्वारा व्यक्त चिंताओं का समाधान करेगी और विमानन नियामक डीजीसीए की चिंताओं का समाधान करना उसकी प्राथमिकता है. 

"कोई उड़ान रद्द नहीं की है"

स्पाइसजेट ने बताया कि गुरुवार को उसके सभी विमानों ने समय पर उड़ान भरीं. स्पाइसजेट ने कहा कि डीजीसीए के आदेश की वजह से कोई उड़ान रद्द नहीं की गई है. उसने कहा कि नियामक के बुधवार के आदेश का एयरलाइन के निर्धारित कार्यक्रम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है. कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘‘हम अपने यात्रियों और यात्रा साझेदारों को फिर से भरोसा दिलाना चाहते हैं कि आगामी दिनों और हफ्तों में हमारे विमान निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उड़ान भरेंगे. स्पाइसजेट को अपना परिचालन बढ़ने का भरोसा है और नियामक की किसी भी चिंता का समाधान करना हमारी प्राथमिकता है.''

डीजीसीए ने इस साल गर्मियों के लिए (11 मार्च से 29 अक्टूबर के बीच) स्पाइसजेट की 4,192 साप्ताहिक घरेलू उड़ानों को मंजूरी दी थी. नियामक के बुधवार के आदेश के तहत एयरलाइन अगले आठ हफ्तों के लिए 2,096 उड़ानों से ज्यादा का संचालन नहीं कर सकती है.

19 जून से लेकर 5 जुलाई के बीच स्पाइसजेट के विमानों में तकनीकी खराबी आने की कम से कम आठ घटनाएं हुईं. इसके बाद छह जुलाई को डीजीसीए ने एयरलाइन को कारण बताओ नोटिस जारी किया.

विमानन नियामक ने बुधवार को अपने आदेश में कहा कि विभिन्न स्थलों की जांच, निरीक्षण और स्पाइसजेट की ओर से जमा कराए गए कारण बताओ नोटिस के जवाब के मद्देनजर, सुरक्षित और विश्वसनीय परिवहन सेवा के निरंतर निर्वाह के लिए, स्पाइसजेट की गर्मियों के लिए स्वीकृत उड़ानों की संख्या आठ हफ्तों तक 50 फीसदी पर सीमित की जाती है.

Video : स्पाइसजेट की अगले 8 हफ्तों तक उड़ानों की संख्या आधी की गई, DGCA ने की कार्रवाई

लेखक NDTV Profit Desk
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