स्टीव जॉब्स नाम की कंपनी और लोगो की भी की नकल , फिर भी कुछ नहीं कर पाई ऐप्पल

स्टीव जॉब्स (Steve Jobs) नाम तो सुना होगा. नाम सुनते ही सभी को ऐप्पल (Apple) का ख्याल आ जाता है. ऐप्पल के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स ने 1976 में ऐप्पल की शुरुआत की थी और कुछ ही सालों में कंपनी ने अपने क्वालिटी उत्पाद की वजह से विश्वास जीता और  काफी नाम कमा लिया. सबसे पहले कंपनी को माइक्रोकंप्यूटर के उत्पादन और बिक्री में सफलता मिली जिससे कंपनी ने वृहद स्तर पर उत्पादन कर बाजार पर अपना कब्जा जमाया.

पहला आईपैड लॉन्च करते हुए स्टीव जॉब्स.

स्टीव जॉब्स (Steve Jobs) नाम तो सुना होगा. नाम सुनते ही सभी को ऐप्पल (Apple) का ख्याल आ जाता है. ऐप्पल के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स ने 1976 में ऐप्पल की शुरुआत की थी और कुछ ही सालों में कंपनी ने अपने क्वालिटी उत्पाद की वजह से विश्वास जीता और  काफी नाम कमा लिया. सबसे पहले कंपनी को माइक्रोकंप्यूटर के उत्पादन और बिक्री में सफलता मिली जिससे कंपनी ने वृहद स्तर पर उत्पादन कर बाजार पर अपना कब्जा जमाया. 

1985 में ऐप्पल के को-फाउंडर जॉब्स को कंपनी छोड़नी पड़ी. कंपनी में पावर स्ट्रगल के चलते सीईओ जॉन स्कूली से परेशान होकर जॉब्स बाहर निकल गए और अपनी अलग कंपनी बनाई. इस कंपनी का नाम NeXT रखा और यह भी कंप्यूटर प्लेटफॉर्म डेवलेपमेंट कंपनी थी. इस कंपनी में स्टीव जॉब्स ने काफी काम किया और इसके साथ इनकी कंपनी ने विजुअल इफेक्ट्स थ्रीडी एनिमेशन की दुनिया में भी कदम रखा. काम इतना चला कि कंपनी ने 25 एनिमेशन फिल्में बना डालीं. 

ऐप्पल को छोड़ने के 11 साल बाद स्टीव जॉब्स की दोबारा कंपनी में एंट्री होती है और इस बार कंपनी में इन्हें सीईओ बनाया जाता है. ऐप्पल इनकी कंपनी नेक्स्ट का अधिग्रहण कर लेती है. इसके बाद स्टीव जॉब्स ने डूबती हुई कंपनी ऐप्पल को दोबारा खड़ा करने का प्रयास किया. इसके बाद स्टीव जॉब्स ने 2011 में 56 वर्ष की उम्र तक कैंसर से मौत के पहले तक कंपनी की कमान संभाली. उनके जाने के बाद टिम कुक नए सीईओ बने. 

इस दौरान पूरी दुनिया में स्टीव जॉब्स का काफी नाम हो चुका था. स्टीव जॉब्स से लोगों को काफी सहानुभूति भी. कम उम्र में बड़ी कामयाबी और मौत की वजह से जॉब्स लोगों के दिलों में उतर गए थे. 

ऐसे में बड़ी बात यह है कि इटली के दो भाइयों ने यह देखा कि स्टीव जॉब्स नाम की कोई कंपनी नहीं है. 2012 में स्टीव जॉब्स नाम की कंपनी बना डाली.  यह एक इतालवी कपड़ों की कंपनी है जो नेपल्स, इटली में स्थित है. इसे विन्सेन्ज़ो बारबाटो और जियाकोमो बारबेटो द्वारा बनाया गया था. इन्होंने पता लगाया था कि स्टीव जॉब्स नाम कभी भी Apple द्वारा ट्रेडमार्क नहीं किया गया था. और तो और भाई लोगों ने कंपनी तो बनाई और लोगो भी ऐसा बनाया कि ऐप्पल को दिक्कत होने लगी. 

इस स्टीव जॉब्स पर 2014 में Apple Inc. ने अपने लोगो को लेकर मुकदमा दायर किया था. लोगो को "J" के आकार का बनाया गया है, जिसमें से एक टुकड़ा निकाला गया है और एक प्रतिष्ठित सेब का पत्ता है. यूरोपीय संघ बौद्धिक संपदा कार्यालय ने बारबाटोस के पक्ष में फैसला सुनाया और ऐप्पल को खाली हाथ जाना पड़ा.

लेखक NDTV Profit Desk
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