भारतीय टेलीकॉम रेगुलेटर (TRAI) ने स्पैम कॉल और स्पैम मैसेजेस पर कंपनियों को खरी-खरी सुनाई है. TRAI चेयरमैन अनिल कुमार लाहोती ने NDTV Profit के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि स्पैम कॉल और मैसेजेस टेलीकॉम कंज्यूमर्स की प्राइवेसी के लिए बड़ा खतरा है.
उन्होंने रजिस्टर्ड टेलीमार्केटिंग कंपनियों के लिए TRAI के रेगुलेटरी फ्रेमवर्क का जिक्र किया, जबकि अनरजिस्टर्ड टेलीमार्केटर्स पर सख्त रुख दिखाते हुए कहा कि उन्हें न केवल ब्लैकलिस्ट किया जाएगा, बल्कि टेलीकॉम रिसोर्सेज भी छीन लिए जाएंगे.
रेगुलेटरी फ्रेमवर्क का पालन जरूरी
TRAI चेयरमैन ने कहा कि रजिस्टर्ड टेलीमार्केटर्स के लिए TRAI के पास व्यापक रेगुलेटरी फ्रेमवर्क है. उन्होंने बताया, 'इस बात का विस्तृत विश्लेषण किया गया कि किस तरह से सिस्टम का दुरुपयोग किया गया.
उन्होंने कहा, 'सभी सर्विस प्रोवाइडर्स को स्पैम संदेशों की समस्या से निपटने के लिए अनयूज्ड कंटेंट टेंपलेट और हेडर हटाने का निर्देश दिया गया है.' TRAI ने हर मैसेज में संदेश भेजने वाली प्रमुख यूनिट की बाइंडिंग को अनिवार्य किया है.
उन्होंने कहा, 'TRAI, टेलीकॉम इंडस्ट्री को उनके प्रयासों के लिए बधाई देना चाहता है.' बता दें कि हाल ही में एयरटेल ने अपने यूजर्स को स्पैम कॉल/मैसेज से राहत देने के लिए नई तकनीक आधारित सर्विस पेश की है, जो कि स्पैम मैसेज या कॉल पर ग्राहकों को पहले ही अलर्ट कर देता है.
'नॉर्मल नंबर का इस्तेमाल किया तो खैर नहीं!'
टेलीकॉम रेगुलेटर ने अनरजिस्टर्ड टेलीमार्केटर्स पर सख्त रुख अपनाया है. स्पैम कॉल या मैसेज के लिए पर्सनल नंबरों का इस्तेमाल करने वाली कंपनियां, कार्रवाई के दायरे में आएंगी.
अगर स्पैम कॉल/संदेश व्यक्तिगत नंबरों के माध्यम से भेजे जाते हैं, तो उनसे जुड़े सभी टेलीकॉम सेवाएं डिस्कनेक्ट कर दी जाएंगी. साथ ही ऐसा करने वाली कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि तीन महीने की अवधि में, 18 लाख से अधिक नंबर डिस्कनेक्ट किए गए हैं और 800 से अधिक यूनिट्स को ब्लैकलिस्ट किया गया है. TRAI की कार्रवाइयों से स्पैम संदेशों/कॉल की संख्या में कमी आई है.