उत्तर भारत के इन तीन हवाई अड्डों का होगा कायापलट, गुजरात में बनेगा नया एयरपोर्ट

भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने तीन हवाई अड्डों के विकास कार्यों के लिए 1530 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बनाई है.

प्रतीकात्मक चित्र

भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने उत्तर प्रदेश में लखनऊ और इलाहाबाद तथा झारखंड में देवघर हवाई अड्डे के विकास कार्यों के लिए 1530 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बनाई है. साथ ही हीरासर, राजकोट में नया हवाई अड्डा बनाएगा. इस पहल का उद्देश्य यात्रियों की बढ़ती संख्‍या को ध्‍यान में रखते हुए हवाई अड्डों की आधारभूत संरचना को बेहतर बनाना है. प्राधिकरण 1230 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से लखनऊ के चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे में नए एकीकृत या‍त्री टर्मिनल भवन का निर्माण करेगा. पिछले पांच वर्ष में इस हवाई अड्डे में यात्रियों की संख्‍या में लगातार वृद्धि हुई है.

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नया टर्मिनल भवन व्‍यस्‍ततम समय में 4,000 यात्रियों को सेवाएं दे सकेगा, जबकि इसकी सालाना क्षमता 63.5 लाख यात्रियों की होगी. इसी तरह 125.76 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से इलाहाबाद में एक नए सिविल एनक्‍लेव का निर्माण किया जाएगा. जनवरी, 2019 में होने वाले अर्द्धकुंभ मेले के पहले इस नए टर्मिनल को चालू करने का लक्ष्य है.

झारखंड के देवघर में भी हवाई अड्डे का इस तरह से विकास किया जाएगा, ताकि इसका इस्तेमाल सैन्‍य और असैन्‍य दोनों ही उद्देश्‍यों के लिए किया जा सके. यहां एयरबस 320 तथा सैन्‍य उपयोग के तहत सी-130 एयर क्राफ्ट जैसे विमानों का परिचालन किया जाना प्रस्तावित है.

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इस परियोजना की अनुमानित लागत 401.34 करोड़ रुपये है. झारखंड सरकार, डीआरडीओ और एएआई के मध्‍य मार्च 2017 में एक सहमति पत्र पर हस्‍ताक्षर किए गए थे.
(इनपुट भाषा से)

लेखक NDTVKhabar News Desk
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