उर्जित पटेल भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नए गवर्नर होंगे. वह रघुराम राजन का स्थान लेंगे, जिनका कार्यकाल 4 सितंबर को खत्म हो रहा है.
उर्जित पटेल फिलहाल आरबीआई के डिप्टी गवर्नर हैं. उन्हें जनवरी में रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर के रूप में तीन साल का विस्तार दिया गया था. वह डिप्टी गवर्नर से रिजर्व बैंक के गवर्नर बनने वाले आठवें व्यक्ति होंगे.
पटेल लंदन स्कूल इकोनॉमिक्स से स्नातक हैं और फिर उन्होंने प्रितिष्ठिक येल यूनिवर्सिटी से पीएचडी की. रघुराम राजन के करीबी सहयोगी माने जाने वाले पटेल को महंगाई के खिलाफ मोर्चा संभालने वाले राजन के मजबूत सिपाही के तौर पर जाना जाता है. वह समिति के अध्यक्ष रहे हैं, जिसने थोक मूल्यों की जगह खुदरा मूल्यों को महंगाई का नया मानक बनाए जाने सहित कई अहम बदलाव लाए.
महंगाई को लेकर अपनी नीतियों की वजह से रघुराम राजन हाल के महीनों में भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी सहित कुछ वर्गों के निशाने पर रहे थे. उनका आरोप है कि राजन ने महंगाई काबू में रखने पर ही ज्यादा ध्यान दिया और ब्याज दरें कम नहीं कीं. इन आक्षेपों के बावजूद राजन अपनी नीतियों पर अडिग रहे, लेकिन उन्होंने दूसरा कार्यकाल लेने से इनकार कर दिया था.
इसके बाद नए आरबीआई के गवर्नर की नियुक्ति के विषय में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक घंटे तक विचार-विमर्श किया था, जिसके बाद आरबीआई प्रमुख के लिए पटेल के नाम पर सहमति बनी.
इस पद की दौड़ में कुछ और नाम भी शामिल थे, जिनमें विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री कौशिक बसु, आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास, भारतीय स्टेट बैंक की प्रमुख अरुंधति भट्टाचार्य और वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियम के नाम प्रमुख थे.