नोटबंदी और जीएसटी को लेकर RBI के इस पूर्व गवर्नर ने दिया यह बड़ा बयान

आरबीआई के पूर्व गवर्नर वाईवी रेड्डी ने कहा कि इस समय आर्थिक वृद्धि को लेकर कोई अनुमान लगाना काफी मुश्किल काम है.

RBI के पूर्व गवर्नर वाईवी रेड्डी ने कहा, नोटबंदी और जीएसटी के झटके से पूरी तरह उबरने में लगेंगे और दो साल (फाइल फोटो)

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) पूर्व गवर्नर वाईवी रेड्डी ने अर्थव्यवस्था को नोटबंदी और जीएसटी जैसे कदमों से लगे झटके को देखते हुए कहा है कि अर्थव्यवस्था को इस स्थिति से पूरी तरह उबरने और उच्च वृद्धि के रास्ते पर आगे बढ़ने के लिए दो साल के समय की और जरूरत है. उन्होंने कहा कि यह एक झटका है जिसकी नकारात्मक धारणा के साथ शुरुआत हुई है. इसमें कुछ सुधार आ सकता है और उसके बाद कुछ फायदा मिल सकता है. फिलहाल इस समय इसमें परेशानी है और लाभ बाद में आएगा. कितना फायदा होगा और कितने अंतराल के बाद यह होगा, यह देखने की बात है.

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रेड्डी ने मुंबई में सप्ताहांत पर संवाददाताओं के एक समूह के सवालों के जवाब में कहा कि इस समय आर्थिक वृद्धि को लेकर कोई अनुमान लगाना काफी मुश्किल काम है. उन्होंने कहा कि यह कहना अभी मुश्किल है कि अर्थव्यवस्था फिर से 7.5 से 8 प्रतिशत की संभावित उच्च वृद्धि के रास्ते पर कब लौटेगी.

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उन्होंने याद किया कि जब वह आरबीआई के गवर्नर थे, उसके मुकाबले पिछले तीन साल में कच्चे तेल के दाम एक-तिहाई पर आ गए थे. हालांकि, इस बीच जीएसटी लागू होने, नोटबंदी का कदम उठाने और बैंकों की भारी एनपीए की वजह से आर्थिक वृद्धि प्रभावित हुई.

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रेड्डी ने कहा कि उच्च वृद्धि के दौरान पिछली सरकार में बिना सोच विचार के दिए गए कर्ज और भ्रष्टाचार के आरापों को लेकर टेलीकॉम तथा कोयला क्षेत्र में घटे घटनाक्रम से कंपनी क्षेत्र पर काफी दबाव बढ़ गया. इस समूचे घटनाक्रम से बैकिंग तंत्र में फंसा कर्ज 15 प्रतिशत तक बढ़ गया था. (इनपुट भाषा से)

लेखक NDTVKhabar News Desk
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