केंद्र सरकार ने सोमवार को माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) को बाजार नियामक सेबी (SEBI) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है. वह भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड की पहली महिला अध्यक्ष होंगी. ICICI सिक्योरिटीज की पूर्व प्रमुख बुच 2017 से 2021 के बीच सेबी में पूर्णकालिक सदस्य के रूप में भी काम कर चुकी हैं. वो अजय त्यागी की जगह लेंगी, जिनका कार्यकाल 28 फरवरी को खत्म हो रहा है.
बुच प्राइवेट सेक्टर से जुड़ी ऐसी पहली हस्ती बन चुकी हैं जो SEBI का सर्वोच्च कमान संभालने जा रही हैं. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत ICICI बैंक से की थी. बुच 2009 के फरवरी से मई 2011 तक ICICI बैंक की एमडी और सीईओ भी रह चुकी हैं. इसके बाद वह सिंगापुर चली गई थीं, जहां उन्होंने Greater Pacific Capital LLP में बड़ी जिम्मेदारी निभाई थी.
हिमाचल प्रदेश कैडर के 1984 बैच के आईएएस अधिकारी अजय त्यागी को 1 मार्च, 2017 को तीन साल के लिए सेबी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. इसके बाद, उन्हें छह महीने का विस्तार दिया गया था. बाद में अगस्त 2020 में उनका कार्यकाल 18 महीने के लिए बढ़ा दिया गया था.
वित्त मंत्रालय ने सेबी अध्यक्ष के पद के लिए अक्टूबर 2021 में पात्र उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित किए थे. आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 6 दिसंबर, 2021 थी.
नियामकों की नियुक्ति की प्रक्रिया के अनुसार, उम्मीदवारों को कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता वाली Financial Sector Regulatory Appointments Search Committee (FSRASC) द्वारा शॉर्टलिस्ट किया जाता है. शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों का साक्षात्कार आर्थिक मामलों के सचिव और उस क्षेत्र का ज्ञान रखने वाले तीन बाहरी विशेषज्ञ के पैनल द्वारा किया जाता है.
इस उच्च स्तरीय पैनल के पास विज्ञापित पद के लिए आवेदन करने वालों के अलावा अन्य नामों की सिफारिश करने का भी अधिकार है. साक्षात्कार के आधार पर FSRASC प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति को नामों की सिफारिश करता है, जिस पर समिति किसी एक नाम पर अंतिम फैसला लेती है.