देश के शहरों में स्वरोजगार करने वाली करीब 65% महिलाओं ने बिजनेस लोन ही नहीं लिया है, जबकि 39% महिलाओं ने पर्सनल सेविंग्स से खुद का बिजनेस शुरू किया है और बखूबी चला भी रही हैं.
DBS बैंक ने रेटिंग एजेंसी क्रिसिल (CRISIL) के सहयोग से अपनी 'वुमन एंड फाइनेंस' सीरीज की तीसरी रिपोर्ट में ये बताया है कि अपने उद्यमों की फाइनेंसिंग के लिए 39% महिलाएं व्यक्तिगत बचत पर निर्भर हैं.
महज 21% महिलाओं ने लिया बैंक लोन
स्वरोजगार करने वाली केवल 21% ने बिजनेस के लिए बैंक से लोन लिया है, वहीं 26% महिलाओं ने फैमिली और दोस्तों से कर्ज लेकर बिजनेस शुरू किया या चला रही हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, 3% महिलाओं ने नन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी से लोन लिया, जबकि महज 1% महिलाओं ने फिनटेक कंपनियों से लोन लिया.
रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय महानगरों में 52% सेल्फ इम्प्लॉयड महिलाओं ने अपने बिजनेस में सस्टेनेबल पॉलिसीज को लागू किया है, जबकि 14% ने सस्टेनेबिलिटी से जुड़े फाइनेंस के लिए बैंक से संपर्क किया है.
लोन के लिए ज्यादातर गोल्ड ही कोलैटरल
लोन लेने वाली महिलाओं में से 53% महिलाएं कोलैटरल के तौर पर पर्सनल प्रॉपर्टी या सोने (Gold) का इस्तेमाल करती हैं. कोलैटरल के रूप में सोने का सबसे ज्यादा इस्तेमाल चेन्नई में, जबकि सबसे कम इस्तेमाल कोलकाता में देखा गया. कोलैटरल के तौर पर सबसे कम इस्तेमाल किए जाने एसेट शेयर और म्यूचुअल फंड हैं. महज 10% महिलाएं ऐसा करती हैं.
कुछ और दिलचस्प फैक्ट्स
स्व-रोजगार वाली महिलाओं ने सबसे ज्यादा इस्तेमाल कैश क्रेडिट (CC), ओवरड्राफ्ट (OD) का किया है.
ये उनका पसंदीदा बैंकिंग प्रॉडक्ट है. करीब 39% महिलाएं ऐसा करती हैं. हालांकि उम्र और समृद्धि बढ़ने के साथ इसके इस्तेमाल में कमी देखी गई.
66% सेल्फ इम्प्लॉयड महिलाएं अपने बिजनेस का इंश्योरेंस करवाती हैं. यानी इसको लेकर ज्यादातर महिलाएं जागरूक हैं.
UPI पेमेंट पर फोकस
महानगरों की करीब 83% सेल्फ इम्प्लॉयड महिलाएं डिजिटल पेमेंट एक्सेप्ट कर रही हैं. 87% महिलाएं बिजनेस पर कुल खर्च का 87% डिजिटल पेमेंट के जरिए करती हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, व्यावसायिक खर्च प्राप्त करने (35%) और पेमेंट (26%) दोनों के लिए सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला तरीका UPI ही है.
दिल्ली में डिजिटल पेमेंट लेने वाली महिलाएं सबसे ज्यादा (97%) हैं. हैदराबाद में 93%, मुंबई में 90%, बेंगलुरु में 79% और कोलकाता में 64% सेल्फ इम्प्लॉयड महिलाएं ऐसा करती हैं.
हालांकि, पेरोल और ऑपरेटिंग खर्चों के लिए कैश बड़ा विकल्प बना हुआ है. करीब 36% महिलाएं इन कामों में कैश का इस्तेमाल करती हैं.
रिटायरमेंट प्लान पर फोकस
महिलाओं के लिए रिटायरमेंट प्लान एक प्रमुख प्राथमिकता है. रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 66% बिजनेस वुमन रिटायरमेंट के लिए पेंशन प्लान में निवेश कर रही हैं.
पेंशन प्लान में निवेश के लिए महिलाएं बचत करती हैं. दिल्ली में ऐसा करने वाली महिलाएं सबसे ज्यादा 86% हैं. कोलकाता में ऐसा करने वाली महिलाओं का आंकड़ा 72% और पुणे में 64% है.
रिपोर्ट में एक और सकारात्मक बात ये निकलकर सामने आई कि 38% सेल्फ इम्प्लॉयड महिलाएं अपने कर्मियों को भी रिटायरमेंट का लाभ देती हैं.
बता दें कि DBS बैंक और रेटिंग एजेंसी क्रिसिल (CRISIL) की ओर से 'महिलाएं और फाइनेंस' विषय पर लगातार सर्वे स्टडी की जाती है. अब तक इसकी तीन रिपोर्ट प्रकाशित हो चुकी हैं. इस बार करीब बड़े शहरों में कार्यरत करीब 4,000 सेल्फ इम्प्लॉयड महिलाओं पर सर्वे किया गया.