अब भारत में ही बनेंगे शियोमी स्मार्टफोन, फॉक्सकॉन के साथ हुआ करार

'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम को और मजबूती देते हुए चीन की मोबाइल हैंडसेट कंपनी शियोमी ने विशाखापट्टनम अपनी विनिर्माण इकाई स्थापित करने के लिए ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माता फॉक्सकॉन के साथ भागीदारी की है।

'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम को और मजबूती देते हुए चीन की मोबाइल हैंडसेट कंपनी शियोमी ने विशाखापट्टनम अपनी विनिर्माण इकाई स्थापित करने के लिए ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माता फॉक्सकॉन के साथ भागीदारी की है। चीनी कंपनी का लक्ष्य भारत के तेजी से बढ़ते हैंडसेट बाजार में बड़ी हिस्सेदारी हासिल करना है।

शियोमी ने पिछले साल भारत में बिक्री शुरू की। इसके विनिर्माण संयंत्र चीन और ब्राजील में हैं। कंपनी ने विशाखापत्तनम में श्री सिटी में स्थित अपनी इकाई ने नया हैंडसेट ‘रेडमी 2 प्राइम’ की असेंबलिंग शुरू भी कर दी है। धीरे-धीरे यहां से कंपनी के दूसरे हैंडसेटों का भी विनिर्माण शुरू किया जाएगा।

शियोमी के उपाध्यक्ष हुगो बारा ने संवाददाताआओं से कहा, 'यह चीन के बाहर हमारी दूसरी विनिर्माण इकाई है। पहला संयंत्र फॉक्सकॉन के साथ ब्राजील में है। हमने सरकार के साथ विचार विमर्श फरवरी में शुरू किया था और हमने विनिर्माण शुरू भी कर दिया है।' फॉक्सकॉन ने पिछले सप्ताह अगले पांच साल में महाराष्ट्र में पांच अरब डॉलर का निवेश करने की घोषणा की है। महाराष्ट्र ने कंपनी को इसके लिए 1,500 एकड़ जमीन दी है।

विशाखापट्टनम में बनने वाला शियोमी का पहला उपकरण 'रेडमी 2 प्राइम' है जिसकी कीमत 6,999 रुपये है। बारा ने बताया कि इस उपकरण को सभी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट, स्नैपडील, आमेजन व मी-कॉम के जरिए बेचा जाएगा। यह शियोमी के सबसे अधिक बिकने वाले रेडमी-2 का उन्नत संस्करण है। इसमें 2जीबी रैम और 16 जीबी की मेमरी है।

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा, 'प्रधानमंत्री और हम भी भारत में विनिर्माण के इच्छुक हैं। हम हार्डवेयर विनिर्माण हब बन सकते हैं जो न केवल घरेलू बल्कि दुनिया की मांग पूरी कर सकता है। हमारे पास भारी क्षमता है। हमारे पास एक करोड़ प्रौद्योगिकी स्नातक और उद्यमी हैं। आंध्र प्रदेश उन राज्यों में हैं जहां हार्डवेयर विनिर्माण के लिए बेहतर पारिस्थितिकी तंत्र है।' इस कार्यक्रम में औद्योगिकी नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) के सचिव अमिताभ कान्त ने कहा कि सरकार देश में विनिर्माण को प्रोत्साहन देने के लिए प्रतिबद्ध है।

कान्त ने कहा, 'हमने 25 क्षेत्रों की पहचान की है जहां हमारे पास मूल क्षमताएं हैं और हम इन क्षेत्रों को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। हम शियोमी से कहना चाहते हैं कि वह आंध्र प्रदेश से सैमसंग व एप्पल को टक्कर दे। हम भारत को एक शानदार विनिर्माण देश बनाना चाहते हैं।' बारा ने हालांकि निवेश, क्षमता या संयंत्र में कर्मचारियों की संख्या का ब्योरा नहीं दिया।

उन्होंने बताया कि भारत में परिचालन शुरू करने के बाद शियोमी 30 लाख उपकरण बेच चुकी है। उसके बाद से कंपनी रेडमी 1एस, रेडमी 2, रेडमी नोट, मी 3, मी 4, मी 4आई और मीपैड पेश कर चुकी है।

शियोमी इंडिया के प्रमुख मनु जैन ने कहा, 'हमने हमेशा कहा है कि भारत हमारे लिए महत्वपूर्ण बाजार है। यहां कारखाना होने से लागत का लाभ है। इसके अलावा उपभोक्ताओं को उपकरण देने की अवधि 3-4 सप्ताह से घटकर दो सप्ताह रह जाएगा। इससे हम अपने भंडार का बेहतर तरीके से प्रबंधन कर सकेंगे।' उन्होंने कहा कि यह संयंत्र भारतीय उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करेगा।

लेखक Bhasha
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