संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की ओर से स्पॉन्सर की गई वर्ल्ड हैपिनेस रिपोर्ट जारी की गई है. इस लिस्ट में लगातार सातवें साल फिनलैंड (Finland) को पहली रैंक मिली है. ये लिस्ट बुधवार को जारी की गई.
क्या है फिनलैंड में खास?
यूनिवर्सिटी ऑफ हेलसिंकी में हैप्पीनेस रिसर्चर जेनिफर डी पाओला (Jennifer De Paola) का मानना है कि फिनलैंड की प्रकृति, हेल्दी वर्क-लाइफ बैलेंस और सामाजिक मूल्य के साथ-साथ एक दूसरे पर भरोसा और बराबरी के बीच बेजोड़ रिश्ते की वजह से ये देश हैप्पीनेस इंडेक्स में सबसे पहले पायदान पर काबिज है.
भारत की रैंकिंग
भारत इस लिस्ट में 126वें नंबर पर है. पिछले साल की लिस्ट में भी भारत का यही स्थान था. वैश्विक स्तर पर चल रही उथल-पुथल के बीच भारत अपनी रैंक पर स्थिर बना हुआ है.
आश्चर्यजनक बात ये है कि अमेरिका और जर्मनी इस बार की लिस्ट में टॉप 20 देशों से बाहर हो गए हैं. अमेरिका की रैंक 23वें और जर्मनी की रैंक 24वीं हो गई है. एक दशक से भी ज्यादा वक्त में पहली बार अमेरिका और जर्मनी टॉप 20 की लिस्ट में शामिल होने में नाकामयाब रहे.
रिपोर्ट में 143 देशों का सर्वे
वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट में 143 देशों का सर्वे किया गया. इसमें हर बार की तरह नॉर्डिक देशों ने फिर से बाजी मारी है. फिनलैंड के बाद डेनमार्क, आइसलैंड और स्वीडन लिस्ट में टॉप 5 में हैं.
आकार में बड़े देशों की लिस्ट देखें, तो नीदरलैंड्स और ऑस्ट्रेलिया ही ऐसे 2 देश हैं, जिनकी आबादी 1.5 करोड़ से ज्यादा है और वो टॉप 10 में शामिल हैं. टॉप 10 में शामिल बाकी सभी देशों की आबादी 1.5 करोड़ से कम है.
कोस्टा रिका और कुवैत ने इस बार अच्छी बढ़त बनाई है. कोस्टा रिका 12वें और कुवैत 13वें नंबर पर है.
रिपोर्ट में कुछ चिंताजनक बातें भी हैं. उप-सहारा अफ्रीका के इलाकों में युवा और बुजुर्ग वर्ग में खुशहाली में असमानता नजर आ रही है.
उत्तरी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड के युवा वर्ग में खुशहाली में कमी आई है, वहीं बुजुर्गों में खुशहाली का स्तर अधिक है. युवाओं में कम खुशहाली की वजह निगेटिव खबरें और सामाजिक दबाव का बड़ा योगदान है.
इन सभी चुनौतियों के बीच ग्लोबल लेवल पर परोपकार करने के ट्रेंड में बढ़ोतरी हुई है, खासकर से युवा लोगों के बीच में. इससे आने वाले भविष्य में उम्मीद नजर आती है.
इन सभी उथल-पुथल के बीच लिथुआनिया टॉप 30 में शामिल है, जहां पर सभी उम्र वर्गों में हैप्पीनेस डायनेमिक्स फैला हुआ है.
लिस्ट में सबसे आखिरी पायदान पर अफगानिस्तान है जो भारी अस्थिरता और मानवीय संकट से घिरा हुआ है.
क्या हैं रिपोर्ट के मानक?
वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट प्रति व्यक्ति GDP, सामाजिक सपोर्ट और भ्रष्टाचार को लेकर छवि को आधार माना गया है, जो वैश्विक कल्याण करने और खुशहाल समाज को बढ़ावा देने की नीति में आगे काम करता है.
2024 के सबसे खुशहाल 20 देशों की लिस्ट
फिनलैंड (Finland)
डेनमार्क (Denmark)
आइसलैंड (Iceland)
स्वीडन (Sweden)
इजरायल (Israel)
नीदरलैंड्स (Netherlands)
नॉर्वे (Norway)
लग्जमबर्ग (Luxembourg)
स्विट्जरलैंड (Switzerland)
ऑस्ट्रेलिया (Australia)
न्यूजीलैंड (New Zealand)
कोस्टा रिका (Costa Rica)
कुवैत (Kuwait)
ऑस्ट्रिया (Austria)
कनाडा (Canada)
बेल्जियम (Belgium)
आयरलैंड (Ireland)
चेकिया (Czechia)
लिथुआनिया (Lithuania)
यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom)