इंफोसिस (Infosys) के को-फाउंडर NR नारायण मूर्ति (NR Narayana Murthy) का कहना है कि भारत के युवाओं को ज्यादा समय तक काम करने की जरूरत है. मूर्ति ने कहा कि 'हमारे युवाओं ने पश्चिमी देशों से बुरी आदतें सीख ली हैं और ये देश को नुकसान पहुंचा रही हैं'. उन्होंने ये बातें TV मोहनदास पाई के पॉडकास्ट 'द रिकॉर्ड' में कही हैं.
भारत वर्क प्रोडक्टिविटी के मामले में बहुत पीछे: मूर्ति
NR नारायण मूर्ति ने कहा कि 'भारत वर्क प्रोडक्टिविटी के मामले में दुनिया में सबसे खराब स्थिति वाले देशों में से एक है. जब तक हम अपनी वर्क प्रोडक्टिविटी को नहीं बढ़ाते, सरकार में भ्रष्टाचार नहीं घटाते, ब्यूरोक्रेसी में फैसलों में देरी को कम नहीं करते, तब तक हम उन देशों से मुकाबला नहीं कर सकते जिन्होंने बहुत तरक्की हासिल की है.'
उन्होंने आगे कहा कि 'इसलिए मेरी अपील है कि हमारे युवा ये जरूर कहें कि ये मेरा देश है. मैं एक हफ्ते में 70 घंटे काम करना चाहता हूं. जर्मनी और जापान में दूसरे विश्व युद्ध के बाद लोगों ने यही किया था. वहां कुछ सालों तक हर नागरिक ने अतिरिक्त घंटों तक काम किया था.'
युवा ही बना सकते हैं देश: नारायण मूर्ति
मूर्ति का कहना था कि 'हर सरकार उसके लोगों के कल्चर जितनी अच्छी होती है. हमें अपना कल्चर बदलकर बहुत समर्पित और मेहनती लोगों का करना होगा और ये बदलाव युवाओं से ही आएगा. क्योंकि युवा इस समय हमारी आबादी का बहुत बड़ा हिस्सा हैं. युवा ही हमारे देश को बना सकते हैं.'