10 साल में दोगुनी से ज्यादा होगी भारत की प्रति व्यक्ति आय: Morgan Stanley

भारत की प्रति व्यक्ति आय अगले 10 साल में बढ़कर $5,800 रुपये तक हो सकती है.

Source: Reuters

लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) ने अपनी रिपोर्ट जारी की है. ब्रोकरेज का मानना है कि इसके बाद भी लॉन्ग टर्म के लिहाज से भारत की अर्निंग ग्रोथ अच्छी बनी रहेगी. इसी के दम पर, अगले 10 साल में यानी 2034 तक, भारत की प्रति व्यक्ति आय (per capita Income) दोगुनी हो जाएगी.

2023-24 में भारत की प्रति व्यक्ति आय 1,83,236 रुपये रहने का अनुमान है, जबकि 2022-23 में ये 1,69,496 रुपये थी. रिपोर्ट के मुताबिक, अगले 10 साल में ये बढ़कर $5,800 रुपये तक हो सकती है. डॉलर को आज के एक्सचेंज रेट में रुपये में बदलने पर ये 5 लाख रुपये सालाना के करीब पहुंचती है.

मैक्रो परिस्थितियां अपनी जगह पर

भारत के मैक्रोइकोनॉमिक इंडिकेटर्स अच्छे नजर आते हैं. मार्च तिमाही में GDP ग्रोथ अनुमान से ज्यादा रही. इसमें क्रेडिट ग्रोथ 15.8% रही और परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) भी में बढ़ोतरी नजर आई. नोट के मुताबिक, भारत में बढ़ती मैन्युफैक्चरिंग, एनर्जी ट्रांजिशन और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार के चलते इकोनॉमिक एक्सपेंशन को सपोर्ट मिल रहा है.

FY25 के लिए जिन दो शॉर्ट टर्म प्वाइंट्स पर फोकस किया जा सकता है, उसमें आने वाला बजट और मॉनसून में होने वाली बारिश बड़ी भूमिका निभा सकते हैं. नोट के मुताबिक, 'हमारे मुताबिक सीट में कमी आने के पीछे कोई गैर आर्थिक वजह रही, लेकिन सरकार का अगले टर्म में आना इकोनॉमिक पॉलिसी के जारी रहने और मैक्रो स्थिरता बरकरार रहने की तरफ इशारा करता है'.

हल्के बढ़े हुए MSCI इंडिया के बावजूद, P/E रेश्यो, मजबूत फंडामेंटल्स से मार्केट वैल्यूएशन को सपोर्ट मिलेगा. जापान को छोड़कर एशिया-पैसिफिक क्षेत्र में भारत अभी भी टॉप रैंक मार्केट और इमर्जिंग मार्केट है.

एनालिस्ट्स ICICI बैंक, मारुति सुजुकी इंडिया, GAIL (इंडिया) और गोदरेज प्रॉपर्टीज पर OVERWEIGHT हैं.

दूसरे इमर्जिंग मार्केट्स पर नजर

दक्षिण अफ्रीका: चुनाव में प्रो-रिफॉर्म नतीजों के चलते अपग्रेड किया. लेकिन अनिश्चितता अभी भी बरकरार.

मेक्सिको: पॉलिसी पर अनिश्चितता के चलते डाउनग्रेड कर EQUALWEIGHT. क्लाउडिया शेनबाम और मोरेना की गठजोड़ सरकार के नतीजे अनुमान से बेहतर रहे.

सिंगापुर, पोलैंड और ग्रीस: मजबूत फंडामेंटल्स के चलते अपग्रेड कर OVERWEIGHT रेटिंग. वैल्यूएशन आकर्षक और इकोनॉमिक माहौल सपोर्टिव.

इंडोनेशिया: भविष्य में फिस्कल पॉलिसी और बढ़ती US दरों में अनिश्चितता के चलते डाउनग्रेड कर UNDERWEIGHT रेटिंग.

मिस्र: फंडिंग की बेहतर स्थिति और स्ट्रक्चरल रिफॉर्म के लिए प्रतिबद्धता के चलते रेटिंग अपग्रेड कर EQUALWEIGHT रेटिंग.

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